Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
मंदिर में शिल्पा शेट्टी के फोटो खिंचवाने पर बवाल, सेवादार और एक अधिकारी को नोटिस बाढ़ प्रभावित किसानों के खाते में ₹101 करोड़ जारी… दिवाली पर CM नीतीश कुमार की बड़ी सौगात एनसीआर में मेथ लैब का भंडाफोड़, तिहाड़ जेल वार्डन, मैक्सिकन नागरिक सहित 5 गिरफ्तार दिल्ली में आयुष्मान से बेहतर फरिश्ता, बम से उड़ाने की धमकी पर केंद्र चुप क्यों… AAP का BJP पर हमला गाजीपुर: 65 साल के बुजुर्ग ने लगाई जीत की झड़ी, सेना के पूर्व कैप्टन ने जमाया 9 मेडल पर कब्जा हिजबुल्लाह का नया चीफ बना नईम कासिम, नसरल्लाह की लेगा जगह, दोनों कर चुके हैं साथ काम चमड़े के बैग पर ट्रोल हो रही थीं जया किशोरी, अब खुद दिया ये जवाब जेपीसी की बैठक में क्या हुआ था, जिसके बाद हुई झड़प…कल्याण बनर्जी ने बताई पूरी घटना यूपी उपचुनाव: साइलेंट प्लेयर की भूमिका में कांग्रेस, सपा के लिए सियासी नफा या फिर नुकसान राजस्थान: पुलिया से टकराई बस, 11 लोगों की मौत, 20 से अधिक लोग घायल

छतरपुर में अच्छी बारिश के लिए लोगों ने कराई गधे की शादी, बैंड बाजे के साथ निकाली गई बारात

9

छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में रविवार की सुबह गधे-गधाईया के विवाह कराने का मामला सामने आया है। जहां यह शादी शहर के बीच बाजार गांधी चौक बाजरा में कराई गई। इस दौरान यहां के लोगों ने मज़ाकिया अंदाज़ में और गधा-गधईया पक्ष की भूमिका में नजर आए और इस सब के साक्षी बने। इतना नहीं इस दौरान गधों को मिठाई खिलाई और बांटी, ढ़ोल-नगाड़े बजे और गाजे बाजे के साथ जमकर नाच हुआ। लोगों की मानें तो पहले मेढ़क और मेढकी के विवाह कराये जाते थे जिससे अच्छी बारिश होने लगती थी, पर इस बार ट्रेक चेंज कर दिया है और अन्य शहरों की भांति और दूसरों की देखा-देखी गधा-गधईया का विवाह बीच चौराहे पर कराया गया है।

अन्य लोगों की मानें तो जैसे अब मजे के लिए कुछ भी करने लगे हैं। नया करने के चक्कर में लोग कुछ भी किए जा रहे हैं। ऐसे तो आने वाले समय में इस तरह से तो परम्पराओं का भी मजाक बनने लगेंगे। पहले मेढक-मेढकी का विवाह और अब गधा-गधईया का विवाह महज़ एक उपहास बनकर रह गया है। कई लोगों का कहना है कि इंसान अपने मजे मजाक बनने के लिये इस तरह के काम करता है, और टोने-टोटके का सहारा लेता है।

यहां गधों की बात करें तो पहले गधों को मूर्ख कहा जाता था और लोग इसे देखकर दूर भागते थे, पर अब आलम यह है कि लोग इसे अपने पास लाकर रस्म अदायगी कर रहे हैं, फिर चाहे वह भले ही कुछ समय के लिए ही क्यों न हो गधों को अपने करीब ला रहे हैं और उनकी आवभगत कर शादियां तक कर और करा रहे हैं।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.