बिहार के पकड़ौआ विवाह के बारे में तो आपने सुना ही होगा. कई ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जहां लड़कों का जबरन किडनैप किया जाता है. फिर लड़कों की मर्जी के बिना ही किसी भी लड़की से उनकी शादी करवा दी जाती है. भागलपुर से फिर एक ऐसा ही केस सामने आया है. यहां एक होमगार्ड जवान का पहले अपहरण किया गया. फिर किडनैपर्स उसे 100 किलोमीटर दूर पूर्णिया ले गए. वहां उसका पकड़ौआ विवाह करवा दिया गया.
घटना नवादा के पास की है. पीड़ित होमगार्ड जवान सुमित कुमार नवगछिया थाना क्षेत्र के सकूचा का रहने वाला है. सुमित के भाई वीरेंद्र के लिखित बयान पर नवगछिया थाने में FIR दर्ज कर ली गई है. बताया कि सुमित ने होमगार्ड जवान का प्रशिक्षण पूरा किया है और सोमवार से नवगछिया थाना में उसे ज्वाइनिंग देनी थी. लेकिन इससे पहले ही उसका अपहरण कर उसकी शादी यानि पकड़ौआ विवाह करवा दिया गया.
क्या हुआ सुमित के साथ?
वीरेंद्र ने कहा, ‘मेरा भाई सुमित अपने चचेरे भाई प्रभास कुमार के साथ बाइक से अपने मामा गौतम यादव के घर जगतपुर गया हुआ था. मामा के पास 1 लाख रुपया बकाया था जिसे लेने के लिए सुमित गया था. मामा ने रुपयों के साथ दो मुर्गे भी दिए थे. सुमित ने सोचा कि घर जाकर चिकन बनाएंगे. इसलिए रास्ते में उसने बाइक रोकी. चिकन मसाला लेने के लिए वह दुकान की तरफ जाने लगा. तभी स्कॉर्पियो से आए कुछ लोगों ने हथियार के बल पर सुमित को जबरन गाड़ी में बैठाया और साथ लेकर चले गए. अपहरणकर्ताओं में गोपाल यादव नाम का शख्स भी था. पूर्णिया ले जाकर सुमित की गोपाल यादव की बेटी से जबरन शादी करवा दी गई. इस दौरान सुमित और उसके चचेरे भाई के साथ मारपीट भी की गई.’
सड़क पर छोड़कर भागे आरोपी
शादी के बाद सुमित को वे लोग बीच सड़क पर छोड़कर चले गए. सुमित ने किसी तरह घर वालों को इसकी जानकारी दी. परिजनों ने पुलिस से मदद मांगी. फिर चार घंटे बाद सुमित और उसके भाई को बरामद कर लिया गया. मामले में पुलिस ने धोबिनिया के गोपाल यादव, रोहित यादव, भीली कुमार और अश्वनी कुमार को आरोपित बनाया. फिलहाल सभी आरोपियों की तलाश जारी है. सुमित का मेडिकल करवाया गया है.
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