इंदौर। पुराने पाठ्यक्रम वाले स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा करवाने को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी। छात्र-छात्राओं के लिए स्वाध्यायी प्रारूप में परीक्षा करवाई जाएगी। अगले कुछ दिनों में विश्वविद्यालय परीक्षा का शेड्यूल जारी करेगा। मगर उसे पहले कॉलेजों को इन विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा संपन्न करवाना है। कॉलेजों के पास 30 मई तक का समय दिया है। वैसे प्रायोगिक परीक्षा के लिए परीक्षकों का पैनल भी बना दिया है। उधर 15 जून बाद मुख्य परीक्षा होने की संभावना है।
पुराने पाठ्यक्रम वाले बीए, बीकॉम, बीएससी, बीए पत्रकारिता सहित अन्य कोर्स के चार हजार विद्यार्थी है। इनका कोर्स अभी पूरा नहीं हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वाध्यायी प्रारूप में इनकी परीक्षा करवाने की तैयारी की है। इन दिनों परीक्षा फार्म भरवाए जा रहे है। विद्यार्थियों को विलम्ब शुल्क जमा करवाया जा रहा है।
20-25 केंद्र बनेंगे
विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि विद्यार्थियों ने पहले जिस कॉलेज से परीक्षा दी थी, वहीं से आवेदन किया जाएगा। साथ ही कॉलेजों को भी विद्यार्थियों के परीक्षा फार्म स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों के मुताबिक स्वाध्यायी प्रारूप में होने वाली इस परीक्षा के लिए सरकारी-निजी कॉलेजों को केंद्र बनाएंगे। चार से पांच हजार विद्यार्थियों के लिए 20-25 केंद्र होंगे।
30 मई तक होगी प्रायोगिक परीक्षा
परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि पुराने पाठ्यक्रम वाले स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा जून में प्रस्तावित है। अगले कुछ दिनों टाइम टेबल जारी होगा। उन्होंने बताया कि कालेजों को 30 मई तक प्रायोगिक परीक्षा करवाना है। साथ ही विद्यार्थियों के अंक विश्वविद्यालय को अनिवार्य रूप से भेजना है। उन्होंने कहा कि समयावधि बीतने के बाद काॅलेजों से आतंरिक परीक्षा के अंक स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
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