शिप्रा नदी में मिल रहे गंदे नाले के पानी के विरोध में उज्जैन में कांग्रेस विधायक व लोकसभा प्रत्याशी महेश परमार ने अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक उफनते गंदे नाले के बीच धरने पर बैठ गए। उन्होंने गंदे नाले व सीवरेज का पानी शिप्रा में मिलता देख केंद्र व राज्य सरकार को जमकर घेरा।
उज्जैन में मोक्षदायिनी शिप्रा नदी में एक बार फिर गंदे नाले का पानी मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। यहां शिप्रा नदी के गंधर्व घाट पर गंदा नाला फूट गया। जिसकी वजह से सीवरेज का पानी सीधा शिप्रा नदी में मिल रहा है। घटना की जानकारी लगते ही कांग्रेस विधायक व वर्तमान लोकसभा प्रत्याशी महेश परमार शिप्रा नदी पहुंचे और बहते हुए गंदे नाले के पानी के बीच बैठ गए। महेश परमार ने घटना पर विरोध जताया व केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ ही जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया। इसके बाद उन्होंने शिप्रा नदी के अंदर डुबकी लगाई।
बता दे कि जिला प्रशासन ने रात में जनसंपर्क के माध्यम से प्रेस नोट जारी कर मामले में स्पष्टिकरण दिया है कि यह पानी गंदे नाले का नहीं है। पीने के पानी की पाइपलाइन फूटने के कारण पानी बह रहा है। हालांकि मौके पर स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि सीवरेज और गन्दा पानी नाले से बह रहा है।
ये कोई पहला मौका नहीं है कि शिप्रा नदी में गंदे नाले का पानी मिल रहा है। ऐसी घटना कई बार हो चुकी है। बावजूद इसके प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। खास बात यह है कि यहां गंदे नाले का पानी रात से मिलना शुरू हुआ जो आज सुबह तक भी जारी है। लेकिन किसी ने इसकी ओर ध्यान नहीं दिया।
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