वो कहते हैं न कि प्यार में प्रेमी किसी भी हद तक जा सकते हैं. लेकिन क्या कोई अपने ही प्यार को मार डालने का सोचे, ऐसा भी कभी होता है? जी हां कुछ आशिक ऐसे भी होते हैं जो प्यार में रिजेक्शन के बाद अपने ही लवर को मार डालने पर उतारू हो जाते हैं. पिछले चार दिनों में ऐसे ही तीन मामले सामने आए हैं जिसमें प्रेमी अपनी ही प्रेमिका द्वारा रिजेक्ट किए जाने पर उनकी जान के दुश्मन बन गए. दो मामले कर्नाटक के हैं. तो वहीं एक मामला हिमाचल प्रदेश का.
पहला मामला कर्नाटक के हुबली का है. यहां 18 अप्रैल को फैयाज नामक शख्स ने 23 साल की नेहा हिरेमथ पर कॉलेज कैंपस के अंदर घुसकर चाकू से 10 वार किए और उसे मार डाला. नेहा मास्टर्स ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) की छात्रा थी. जबकि, फैयाज उसका पूर्व क्लासमेट था. बताया गया कि फैयाज और नेहा रिलेशनशिप में थे. लेकिन नेहा ने फैयाज से दूरी बनानी शुरू कर दी थी. जिस कारण फैयाज बुरी तरह भड़क गया था.
एक तरह से कहें तो नेहा अब उससे बात नहीं करना चाहती थी. वहीं, फैयाज को ये बात नागवार गुजरी तो उसने कई दफा नेहा से बात करने की कोशिश की. हालांकि, नेहा ने हर बार उसे यह कहकर टाल दिया कि वो उससे अब बात नहीं करना चाहती. फैयाज ने फिर ठान लिया कि अब बात आर-पार की होगी. 18 अप्रैल को वह नेहा के बीवीबी कॉलेज पहुंचा. इस दिन नेहा की परीक्षा था. वो कॉलेज कैंपस के अंदर ही इंतजार करता रहा. फैयाज भी इसी कॉलेज से पढ़ा था. इसलिए किसी ने भी उसे कॉलेज के अंदर आने से नहीं रोका.
परीक्षा के बाद जैसे ही निकली, कर दिया हमला
जैसे ही वो परीक्षा देकर क्लास से बाहर निकली, फैयाज ने उसे रोक लिया. वो उससे बात करने की कोशिश करने लगा. लेकिन इस बार भी नेहा ने उसकी बात नहीं सुनी और बिना कुछ कहे आगे जाने लगी. बस फिर क्या था. फैयाज ने जेब से चाकू निकाला और ताबड़तोड़ उसकी गर्दन, छाती और पेट पर वार करने लगा. कुल 10 बार वार करने के बाद नेहा लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ी. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ये पूरी घटना वहा लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई. नेहा कांग्रेस पार्षद की बेटी थी. इस कारण यह मामला हाईप्रोफाइल बनकर उभरा. मामले में राजनीतिक पार्टियों ने भी बयान दिए. सभी ने हत्यारोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. मामले में सड़कें तक जाम कर दी गईं. नेहा को न्याय दिलाने के लिए अब भी लगातार लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.
आरोपी का जेल के अंदर कबूलनामा
फिलहाल, फैयाज धारवाड़ जिला सेंट्रल जेल में बंद है. उसके खिलाफ आगामी कार्रवाई हो रही है. इसी बीच फैयाज का कबूलनामा भी सामने आया. फयाज ने जेल स्टाफ को बताया, उसने (नेहा) कहा कि वह मुझसे बात नहीं करेगी, इसलिए मैंने उसे चाकू मार दिया. फैयाज ने आगे कहा कि घटना से पहले मैंने कॉलेज छोड़ दिया था. एक हफ्ते पहले मैं कॉलेज गया और नेहा से बात करने की कोशिश की. लेकिन उसने (नेहा) बात टाल दी और वहां से चली गई. 18 अप्रैल को, वह परीक्षा देने के लिए बीवीबी कॉलेज आई. मैं उस दिन फिर कॉलेज गया. जैसे ही उसकी परीक्षा खत्म हुई तो वो क्लास से बाहर आई. मैंने फिर उससे बात करने की कोशिश की. लेकिन वो कुछ भी नहीं बोली. मुझे गुस्सा आया और मैंने उस पर चाकू से 10 बार हमला कर दिया. मुझे नहीं पता कि मुझे उस समय क्या हो रहा था. बस खुद पर कंट्रोल नहीं था उस समय मेरा.
मां के सामने उसकी बेटी को चाकू घोंप रहा था शख्स
अब बात करेंगे दूसरे मामले की. यह मामला भी कर्नाटक के बेंगलुरु का है. यहां 44 साल के आदमी ने 24 वर्षीय लड़की की चाकू मारकर हत्या कर डाली. वो भी उसकी मां के सामने. जानकारी के मुताबिक, आरोपी सुरेश ने पहले लड़की पर दो बार चाकू से वार किए. जैसे ही लड़की की मां ने यह सब देखा, उन्होंने पीछे से आकर आरोपी के सिर पर पत्थर से वार कर दिया. मां फिर बेटी को बचाने के लिए दौड़ी. लेकिन तब तक लड़की की मौत हो चुकी थी. उधर, लड़की की हत्या करने वाले आरोपी ने भी दम तोड़ दिया था.
पुलिस ने बताया कि 24 साल की लड़की और सुरेश दोनों एक-दूसरे को पिछले पांच सालों से जानते थे. मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है. प्राथमिक जांच के अनुसार, पार्क में लड़की और सुरेश के बीच झगड़ा हो गया था. दरअसल, पीड़िता कुछ समय से सुरेश से दूरी बना रही थी. सुरेश को यह सब अच्छा नहीं लगा. उसने बात करने के बहाने से लड़की को शनिवार शाम साढ़े चार बजे पार्क में बुलाया.
पार्क जाने की बात कहकर घर से निकली लड़की
उधर, लड़की ने अपनी मां को बताया कि वह पार्क में किसी से मिलने जा रही है. मां को कुछ शक हुआ तो उन्होंने अपनी बेटी का पीछा किया. जैसे ही वो पार्क के पास पहुंची तो देखा कि उनकी बेटी सुरेश से बात कर रही है. दोनों के बीच अचानक से झगड़ा हुआ तो सुरेश ने धारधार हथियार से लड़की के गर्दन पर जानलेवा वार कर दिया. इससे लड़की चीखने-चिल्लाने लगी. उधर मां ने जब बेटी को चीखते देखा तो वह वहां दौड़ी-दौड़ी पहुंची. सुरेश तब भी लड़की पर लगातार चाकू से वार कर रहा था. तभी लड़की की मां ने बेटी को बचाने के लिए सुरेश के सिर पर पत्थर से हमला कर दिया. इससे सुरेश की मौत हो गई.
पांच सालों से थी जान-पहचान
मां अपनी बेटी के पास पहुंची तो पाया कि उसकी भी मौत हो चुकी है. मामला पुलिस तक पहुंचा तो लड़की की मां को गिरफ्तार कर लिया गया. उससे पूछताछ की जा रही है. साथ ही वारदात के समय मौजूद अन्य लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. डीसीपी ने बताया कि दोनों ही एक-दूसरे को पांच साल से जानते थे. वे एक ही ऑफिस में काम करते थे. लड़की एक केयरटेकर थी, जबकि सुरेश कंपनी में इवेंट मैनेजमेंट के लिए काम करता था. लड़की कुछ समय से सुरेश से दूरी बनाकर रखने की कोशिश कर रही थी. इस घटना को लेकर दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
छात्रा पर दराट से 12 बार हमला
अब बात करेंगे तीसरे केस की. यह मामला हिमाचल प्रदेश के पालमपुर का है. यहां एक सिरफिरे आशिक ने एमए में पढ़ने वाली छात्रा को सरेआम दराट से हमला करके मार डालने की कोशिश की. लड़की शायद मर भी जाती. लेकिन वहां मौजूद लोगों ने हिम्मत दिखाई और सिरफिरे आशिक पर टूट पड़े. उन्होंने आशिक के हाथ से दराट छीनी. उसे जमकर पीटा फिर पुलिस के हवाले कर दिया. इस विभत्स घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं. साथ ही ये घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है. पुलिस के अनुसार, आरोपी युवक की पहचान नगरोटा के मसल गांव के रहने वाले सुमित चौधरी के रूप में हुई है. घायल युवती सायना सालन गांव की रहने वाली है. जांच में सामने आया है कि सुमित और युवती दोनों एक दूसरे को पहचानते थे. मामला प्रेस प्रसंग से जुड़ा हो सकता है. सुमित लोक निर्माण विभाग में मल्टी टास्क वर्कर है, जबकि युवती MA की पढ़ाई कर रही है.
बस स्टैंड पर दिया वारदात को अंजाम
बताया जा रहा है कि छात्रा ने आरोपी सुमित से दूरी बना ली थी. इस कारण वह उससे खफा था. बस इसी बात का बदला लेने के लिए वो पालमपुर के बस स्टैंड पहुंच गया. यहीं से छात्रा अपने घर जाती है. जैसे ही उसने छात्रा को देखा तो उससे लड़ने लगा. फिर ताबड़तोड़ 12 बार लड़की पर दराट से हमला कर दिया. उस समय मानो उसके सिर पर भूत सवार हो रखा हो. लोग उसे समझाते रहे कि वो ऐसा न करे. लेकिन वो चिल्ला रहा था और लड़की पर हमला किए जा रहा था. फिर जैसे ही वो दोबारा लड़की पर हमला करने लगा तो लोग उस पर टूट पड़े. इस तरह बाल-बाल लड़की की जान बच पाई. हालांकि, उसे गंभीर चोट आई हैं. टांडा मेडिकल कॉलेज से छात्रा को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है. वहां अभी छात्रा का इलाज चल रहा है. वहीं आरोपी सुमित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले में आगामी कार्रवाई जारी है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.