उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ मेरठ की यूनिट ने मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार किया है. राजीव मिश्रा पेपर लीक मामले में फरार चल रहा था. उसे नोएडा के परी चौक से गिरफ्तार किया गया है. STF ने इस मामले में 54 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित की गई थी. पेपर लीक होने की वजह से इन्हें निरस्त कर दिया था.
यूपी एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना के आधार पर यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा का पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा पुत्र स्व. दीनानाथ मिश्रा निवासी ग्राम अमोरा थाना मेजा प्रयागराज को गिरफ्तार किया है. वर्तमान में राजीव भरत नगर जेके रोड भोपाल में रह रहा था. वह इससे पहले एनएचएम घोटाले में ग्वालियर और यूपी टेट पेपर लीक में कौशांबी से जेल जा चुका है.
गुरुग्राम के रिजॉर्ट में पढ़वाया था पेपर
एसटीएफ ने आरोपी राजीव नयन मिश्रा से पूछताछ की. पूछताछ में सामने आया कि राजीव ने गुरुग्राम के अलावा मध्य प्रदेश के रीवा के भी एक रिजॉर्ट में अपने गैंग के साथ पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया था. गुरुग्राम के एक रिजॉर्ट में एक हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को पुलिस भर्ती एग्जाम से पहले पेपर पढ़वाया गया था. इस मामले में एसटीएफ ने गुरुग्राम से नेचर वैली रिजॉर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को गिरफ्तार किया था.
फरार चल रहा था राजीव नयन मिश्रा
इससे पहले प्रयागराज के अभिषेक कुमार शुक्ला, मिर्जापुर के शिवम गिरि और भदोही के रोहित कुमार पाण्डेय को गिरफ्तार किया था. तीनों आरोपी टीसीआई एक्सप्रेस कंपनी में पहले काम किया करते थे. इस मामले के मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा फरार चल रहे थे. एसटीएफ ने राजीव को गिरफ्तार कर लिया है. पेपर लीक में आरोपी शिवम गिरी ने ट्रैंक बॉक्स की फोटो खींच कर अभिषेक कुमार शुक्ला को भेजी थी. अभिषेक ने उसे रवि अत्री को भेज दिया था. पेपर लीक सकुशल होने पर 15 से 20 लाख रुपए तय किए गए थे
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