Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
भूकंप के झटकों से थर्राया अफगानिस्तान, कश्मीर तक कांपी धरती; रिक्टर पैमाने पर 5.9 रही तीव्रता 99 साल पुराना संगठन, 150 से ज्यादा देशों में मौजूदगी…तब्लीगी जमात की ये बातें जानते हैं आप? करणी नहीं ये योगी सेना… आगरा में अखिलेश यादव बोले- सरकार से हो रही फंडिंग महाराष्ट्र की सियासत में जैन समुदाय का कितना प्रभाव? विधानसभा चुनाव में दिखा चुके हैं अपनी ताकत दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत ढहने से 4 लोगों की मौत, CCTV में दिखा खौफनाक मंजर साध्वी प्राची ने की पुरुष आयोग की मांग, बोलीं- महिलाओं में आ रहे पश्चिम के संस्कार रूह अफजा का तो मैंने नाम ही नहीं लिया, मतलब वो जिहाद कर रहे हैं… वृंदावन में बोले बाबा रामदेव ‘ताबूत में आखिरी कील ठोकनी होगी…’ हिंसा पीड़ितों से मिलने मालदा पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद बोस बीड में महिला वकील की पिटाई, ग्राम प्रधान ने लाठी-डंडों और पाइप से मारा; हो गई बेहोश राम मंदिर में जमीन के नीचे परिक्रमा, बनी 80 मीटर लंबी सुरंग; जानिए कैसे और क्यों है खास

बीजेपी के विवेक बंटी साहू देंगे नकुलनाथ को टक्कर! 72 साल से है इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा, जानें क्या कहते है इस बार के समीकरण..

13

छिंदवाड़ा। देश में लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल बना हुआ है। आज हम बात करेंगे मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट की जहां बीजेपी ने विवके बंटी साहू को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बेटे सांसद नकुलनाथ को टिकट दिया है। इस बार छिंदवाड़ा सीट पर मुकाबला कड़ा होने वाला है। बता दें कि बीजेपी प्रदेश के सभी सीटों पर जोरशोर से तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी ने इस बार मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों को जीतेन का लक्ष्य तय किया है।

छिंदवाड़ा में विकास ही मुद्दा

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर पहले विकास ही मुद्दा रहा है। वर्ष 2014 और 2019 के चुनाव में छिंदवाड़ा में कमलनाथ ही भारी पड़े थे। लोकसभा चुनाव में सामान्य तौर पर राष्ट्रीय मुद्दे हावी होते हैं लेकिन छिंदवाड़ा में कमलनाथ और विकास के मुद्दे पर जनता वोट करती नजर आई है। राजनीतिक जानकारों की माने तो कमलनाथ को उनके ही गढ़ में सेंध लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने विवेक बंटी साहू पर दाव लगाया है। विवेक बंटी साहू वर्ष 2019 के उपचुनाव और 2023 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ को कड़ी टक्कर दे चुके हैं।

इस सीट पर सिर्फ एक बार बीजेपी जीती

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस की गारंटी वाली सीट मानी जाती है। पिछले 72 वर्षों से यहां कांग्रेस का दबदबा रहा है। सिर्फ एक बार 1997 के उपचुनाव में इस सीट से भाजपा उम्मीदवार चौधरी चंद्रभान सिंह जीते थे। इसके बाद इस सीट पर कांग्रेस को कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा। आपातकाल को लेकर जब देश में कांग्रेस के खिलाफ लहर थी तब भी यहां की जनता ने कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा था।

कैसा रहा 2019 का लोकसभा चुनाव?

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे नकुलनाथ ने भाजपा उम्मीदवार नत्थन शाह को लगभग 38 हजार वोटो से हराया था। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नकुलनाथ को 5 लाख 47 हजार 305 वोट मिले, तो वहीं भाजपा के उम्मीदवार नत्थन शाह को 5 लाख 9 हजार 796 वोट मिले थे। इस अंतर को लोकसभा की दृष्टि से काफी कम अंतर माना जा रहा है।

इस बार ​मोदी लहर का मिल सकता है लाभ

बता दें कि पूरे देश में मोदी लहर चल रही है। सांसदों को वोट देने का कारण मोदी को तीसरी बार ​प्रधानमंत्री बनाना भी हो सकता है। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी विवेक बंटी साहू को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने का सीधा लाभ मिलेगा। देश भर में भाजपा 400, प्रदेश में पूरी 29 सीट जीतने का दावा कर रही है जिससे विवेक बंटी साहू को बल मिला श्री साहू का जाति समर्थन पारिवारिक रिश्तेदारों का तगड़ा नेटवर्क साथी पार्टी का छिंदवाड़ा की जीत पर पूर्व फॉक्स होने मजबूत करता है।

बीजेपी के लिए छिंदवाड़ा चुनौति

2023 के विधानसभा चुनाव में भी छिंदवाड़ा को हाई प्रोफाइल सीट माना जा रहा था। इसी तरह छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भी प्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में प्रचंड जीत पाने वाली भारतीय जनता पार्टी छिंदवाड़ा जिले में अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। ऐसे में भाजपा के लिए छिंदवाड़ा लोकसभा सीट जीतने का लक्ष्य चुनौती भी है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.