मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुए दोहरे हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है. पुलिस अब ये मानकर चल रही है कि हत्याकांड में मृतक की बेटी भी आरोपी युवक के साथ शामिल है. उसका अपहरण नहीं हुआ, बल्कि वो खुद आरोपी के साथ भागी है. दरअसल, पुलिस को ऐसे कुछ सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिससे अपहरण की आशंका पर अंकुश लग गया. लड़की को कैमरे में देखा गया कि वो खुद आरोपी के साथ गेट के बाहर निकल रही है. साथ में बाहर भी घूम रही है. इन तस्वीरों को देख ऐसा कहीं भी नहीं लग रहा कि आरोपी, लड़की का अपहरण करके उसे साथ ले गया हो.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपी की हर लोकेशन फॉलो कर रही है. पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से लेकर शहर के विभिन्न स्थानों में मौजूद करीब 800 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए हैं. इसके अलावा पुलिस थाने के साथ-साथ क्राइम ब्रांच की करीब पांच टीम आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
घटना वाले दिन यानि 15 मार्च को आरोपी मुकुल सिंह हत्याकांड के बाद दोपहर करीब 12:20 मिनट पर रेलवे की मिलेनियम कॉलोनी से स्कूटी लेकर बाहर निकलते हुए दिखाई दिया. वहीं कुछ दूर जाने के बाद मृतक राजकुमार विश्वकर्मा की बेटी भी उसके पीछे से जाते हुई दिखाई दी. फिर कुछ दूर आगे जाकर दौड़कर एक्टिवा में सवार होकर आरोपी मुकुल सिंह के साथ चली गई. इसके बाद आरोपी युवक और मृतक की बेटी मदन महल स्टेशन की कैमरे के साथ साथ अन्य कन्ट्रोल रूम के कैमरे में भी कैद हुए हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपी ट्रेन के जरिए किसी दूसरे शहर रवाना हो चुके हैं.
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार अल सुबह 3:00 बजे से लेकर सुबह तक के बीच इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. घटनास्थल पर गैस कटर भी मिला है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपी पिछले दरवाजे से घर के अंदर घुसा था और फिर रेलवे कर्मचारी राजकुमार विश्वकर्मा की बेटी के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया. रात को 3:00 बजे से सुबह तकरीबन 8:00 बजे तक आरोपी और मृतक की बेटी फ्लैट में ही मौजूद रहे. इस दौरान आरोपियों ने 9 साल के बच्चे को भी मार डाला. फिर उसके टुकड़े कर फ्रिज के अंदर रख दिया. राजकुमार विश्वकर्मा की बॉडी को पॉलीथिन में लपेटकर किचन में रख दिया. आरोपियों ने सुबूत मिटाने की भी कोशिश की है. क्योंकि किचन में फैले खून के धब्बों को साफ किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
जबलपुर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि मामला सिविल लाइन्स थाना स्थित रेलवे की मिलेनियम कॉलोनी का है. यहां रहने वाले रेलवे कर्मचारी राजकुमार विश्वकर्मा और उनके आठ साल के बेटे तनिष्क की बेरहमी से हत्या कर दी गई. अगले दिन राजकुमार की बेटी के फोन से उनके भाई के फोन पर एक मैसेज आया. उसमें लिखा था कि मैं मुकुल हूं. मैंने राजकुमार और तनिष्क को मार डाला. राजकुमार के भाई इटारसी में रहते हैं. उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. साथ ही बताया कि उनकी भतीजी भी वहां से लापता है. उसका मुकुल ने अपहरण कर लिया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
जांच चल ही रही थी. पहले माना जा रहा था कि राजकुमार की बेटी का अपहरण हुआ है. लेकिन सीसीटीवी फुटेज के सामने आने से मामला लव अफेयर का निकल कर सामने आ रहा है. लड़की का अपहरण नहीं हुआ है. बल्कि वो खुद से ही आरोपी के साथ गई है. फिलहाल राजकुमार विश्वकर्मा की गायब बेटी के साथ संदिग्ध आरोपी मुकुल सिंह की तलाश की जा रही है.
पहले खुद भागी, फिर करवाया मामला दर्ज
पुलिस के मुताबिक, 52 वर्षीय मृतक राजकुमार विश्वकर्मा रेलवे विभाग में सुपरिंटेंडेंट के पद पर एक ऑफिस में पदस्थ थे. विगत 1 साल पहले राजकुमार की पत्नी का माता वैष्णो देवी यात्रा के दौरान देहांत हो गया था इसके बाद वह अपनी 16 वर्षीय बेटी और 8 वर्षीय बेटे तनिष्क के साथ रेलवे की मिलेनियम कॉलोनी में रहते थे. पिछले साल सितंबर माह में राजकुमार की बेटी उन्ही के पड़ोसी 19 वर्षीय मुकुल के साथ भाग गई थी. लेकिन बाद में लड़की ने खुद ही वापस आकर मुकुल के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. इस मामले में मुकुल को जेल हुई थी. फिस जैसे ही वो जेल से छूटकर आया तो उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया.
पड़ोसियों का कहना है कि घटना वाले दिन राजकुमार के घर से आवाजें तो आ रही थीं. लेकिन उन्होंने इस पर इतना ध्यान नहीं दिया. क्योंकि अक्सर राजकुमार के घर से लड़ाई-झगड़े की आवाजें आती रहती थीं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. आरोपी मुकुल और राजकुमार की बेटी की तलाश जारी है. दोनों को ढूंढने के लिए पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं.
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