सीधी। सीधी अजब है सीधी गजब है यहां के कारनामे सबसे अलग है हम ऐसा यूं ही नहीं कहते हैं क्योंकि नाम सीधी है पर यहां पूरा काम सीधा-सीधा उल्टा होता है। ऐसा ही एक वाकया सामने आया है जिसको पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे कि आखिर यह कैसे संभव है। ननद की जगह भाभी कर रही नौकरी पूरा मामला सीधी जिले कि जनपद शिक्षा केंद्र सिहावल अंतर्गत संकुल केंद्र हटवा खास के एक परिसर एक शाला में संचालित माध्यमिक शाला खाड़ी के प्राथमिक शाला मुसलमान टोला का है जहां पर अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य सोनम सोनी कर रही है लेकिन वह सिर्फ कागजों में है बल्कि इसके विपरीत उनके जगह पर उनकी भाभी शुभी सोनी बच्चों को पढ़ने के लिए विद्यालय में आती हैं।
ननद की जगह भाभी कर रही शिक्षक की नौकरी
वहीं सोनम सोनी अपने पतिगृह में रहती हैं। जबकि उनकी भाभी जो पढ़ाने आती हैं वह किसी भी प्रकार के बच्चों को पढ़ने के लिए पात्रता नहीं रखती हैं। बच्चों ने कहा पहले आती थी सोनम अब आती हैं शुभी बातचीत के दौरान विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों ने बताया है कि पहले सोनम मैडम आती थी परंतु वह अब नहीं आती हैं उनकी जगह पर उनकी भाभी शुभी सोनी ही पढ़ाने आती हैं। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि संबंधित संस्था प्रमुख कैसे एक अप्रशिक्षित व्यक्ति को पढ़ाने की अनुमति दे सकते हैं।
प्रधानाध्यापक भी इस घटना में शामिल
प्रधानाध्यापक की भूमिका पर खड़े हो रहे सवाल सूत्र बताते हैं कि क्योंकि सोनम सोनी अपने ससुराल में रहती हैं और उनके जगह पर उनकी भाभी आती हैं ऐसी परिस्थिति में अतिथि शिक्षक का जो भी वेतनमान है उसका 50 फ़ीसदी प्रधानाध्यापक खुद लेते हैं और 50 फ़ीसदी संबंधित अतिथि शिक्षक को जाएगा। वही जब इस विषय को लेकर हमारे द्वारा प्रधानाध्यापक संतोष सिंह से जानकारी चाही गई तो वह कैमरे के सामने से कन्नी काटते नजर आए। संबंधित जिम्मेदारों के निरीक्षण पर उठ सवाल रहे हैं।
गौरतलब हो कि अगर विद्यालय का लगातार निरीक्षण संबंधित विकासखंड समन्वयक, अकादमिक समन्वयक एवं जन शिक्षकों तथा प्राचार्य के द्वारा समय-समय पर किया जाता रहा होगा और पहले अतिथि शिक्षक के कार्य करने के लिए सोनम सोनी आती रही होगी और उसके बाद उनकी भाभी आती हैं तो निरीक्षण कर्ताओं को भी तो इसकी जानकारी होगी ऐसे में उनकी भी भूमिका इस विषय में संदिग्ध नजर आती है।
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