अयोध्या 22 जनवरी को अयोध्या में ऐतिहासिक राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगा। इस समारोह का आयोजन बहुत ही भव्य होने वाला है। ट्रस्ट की तरफ से करीब 4 हजार लोगों को आयोजन में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया है। अब निमंत्रण को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल, शिवसेना को आयोजन का निमंत्रण नहीं मिला है। संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी से बीजेपी के इवेंट में कोई शामिल नहीं होगा। उनके बयान पर राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने जवाब दिया है।
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा ने कहा कि संजय राउत को बहुत दर्द है। वे दर्द व्यक्त नहीं कर सकते हैं, इसलिए भगवान राम को इसमें घसीट रहे हैं। भाजपा ने आस्था और विश्वास पर सत्ता प्राप्त की है न कि भगवान राम को राजनीति में लाकर। जिन्होंने भगवान राम को नकार दिया है वो हार गया है और जिसने स्वीकार किया है वो आज सत्ता में हैं।
अयोध्या से चलेगी केंद्र सरकार
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि जब तक लोकसभा का चुनाव हो रहा है तब तक PMO और सरकार अयोध्या से चलेगी। हम भी राम भक्त हैं। हमने और हमारी पार्टी ने राम मंदिर के लिए खून, त्याग और बलिदान दिए हैं, लेकिन इस तरह की राजनीति देश में न कभी हुई है और न कभी होगी। हम 5000 साल पीछे जाकर देश चला रहे हैं।
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