खंडवा में एक कार रेलवे ब्रिज पर असंतुलित होकर 25 फीट नीचे जा गिरी। हादसे में एक ही परिवार के पांच लोग घायल हो गए। सड़क दुर्घटनाओं के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया।
खंडवा। गमी कार्यक्रम में शामिल होकर वापस आ रहे एक परिवार की कार रेलवे ब्रिज पर असंतुलित होकर 25 फीट नीचे जा गिरी। हादसे में एक ही परिवार के पांच लोग घायल हो गए। ग्रामीणों की मदद से उपचार के लिए उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। आए दिन रोड पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। पुलिस और प्रशासनीक अधिकारियों को घटना की जानकारी मिलने पर वे मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
सुबह हुआ हादसा
बीड़ चौकी प्रभारी राधेश्याम मालवीय के अनुसार हादसा मंगलवार सुबह करीब पांच बजे हुआ। ग्राम जलवा का परिवार शिवनी बनापुरा में किसी के यहां गमी कार्यक्रम में शामिल होकर वापस जलवा लौट रहा था। बेतूल-छनेरा इंदौर रोड पर ग्राम गोराडिया के समीप सिंगाजी थर्मल पावर परियोजना के लिए कोयला लेकर जाने वाले ट्रेक पर बने रेलवे ओवर ब्रिज में दोनो ओर रेलिंग नहीं होने के कारण कार 25 फीट ऊंचाई से नीचे गिर गई। जिसमें बैठे एक ही परिवार के पांच लोग जिसमें राजकुमार पुत्र शिवनारायण, स्नेहलता पति शिवनायरण, शिवनायरण, प्रेमबाई, प्रहलाद पुत्र नन्हेलाल सभी निवासी जलवा घायल हो गए।
सालों बीत गए ब्रिज पर रैलिंग बनी न रोड बना
मौके पर बीड पुलिस सहित तहसीलदार दर्शनी सिंह पहुंची। ग्रामीणों को समझाइश देकर रास्ता चालू कराया। तहसीलदार के पहुंचते ही आक्रोशित ग्रामीण प्रशासन नारे लगाने लगे। तहसीलदार ने जल्द रैलिंग व सड़क बनने के संबंध में बात करूंगी। ग्रामीणों ने कहा कि इस प्रकार की घटना बार-बार होने के बावजूद भी सालों बीत गए। लेकिन अब तक ब्रिज का ना रोड बना और ना ही अब तक रैलिंग लगाई गई।
ब्रिज किसका है किसी को नहीं मालूम
ग्रामीणों ने बताया गोराडि़या ब्रिज बनने के बाद अब तक उसपर डामर नहीं डाला गया और ना ही कोई संधारण हुआ। लोग बड़ी परेशानी से ब्रिज पार करते है। कई बार हादसे हो जाने के बाद जब मामला उठता है तो लोक निर्माण विभाग पावर परियोजना का रोड बताते है और पावर परियोजना वाले लोक निर्माण की सड़क बता कर पल्ला झाड़ लेते है। ब्रिज बनने को करीब 12 वर्ष से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन सड़क और ब्रिज किसका है। अब तक यही तय नहीं हो पाया है।
विधायक विधानसभा में उठा चुके हैं प्रश्न
बार-बार इस रोड पर हादसे और सड़क का दुरुस्तिकरण नहीं होने और ब्रिज तथा सड़क का मालिक कौन है नहीं पता होने पर मांधाता विधायक नारायण पटेल विधानसभा में प्रश्न लगाकर जानकारी मांग चुके हैं।इसमें पता चला कि ब्रिज सहित 450 मीटर सड़क पावर परियोजना के अंतर्गत आती है।विधानसभा में परियोजना के अधिकारियों ने जानकारी में बताया कि इस सड़क का मेंटनेंस लगातार परियोजना के सिविल विभाग के अंतर्गत रेलवे लाइन मेंटनेंस के साथ प्रति वर्ष सड़क का मेंटेनेंस भी कराया जाता है।
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