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घर को सजाने के लिए लेकर आ रहे हैं बैल की मूर्ति, पढ़ लें शुभ है या अशुभ

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नई दिल्ली। हम घर को सजाने के लिए कई तरह की मूर्तियां रखते हैं। इनमें भगवान की भी मूर्तियां होती हैं। लोगों में घर को सजाने के लिए मूर्तियों को रखने का ट्रेंड शुरू हो गया है। फेंगशुई, धार्मिक चिन्ह, पशु-पक्षियों की मूर्तियां लोगों को घर में सजावट के लिए लाना अच्छा लगता है। लेकिन क्या आपको पता है वास्तु के अनुसार हर मूर्ति एक जैसा फल नहीं देती है।

वास्तु शास्त्र की मानें तो हर मूर्ति अपने तरीके से घर के माहौल पर प्रभाव डालती है। इसका सीधा असर घर और घर के लोगों पर पड़ता है। कई लोग घरों में बैल की मूर्ति को रखना पसंद करते हैं। उनका मानना है कि बैल शक्ति का प्रतीक है। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने विस्तार से बताया कि बैल को घर में रखना चाहिए कि नहीं।

क्या घर में रखनी चाहिए बैल की मूर्ति?

हिंदू धर्म में मान्यता है कि बैल नंदी जी का रूप है। ऐसे में आपका मन बैल की मूर्ति को लाने का है, तो इसकी जगह नंदी जी की मूर्ति ला सकते हैं। यह आपके घर में सकारात्मक प्रभाव डालेगी। वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि आप नंदी की मूर्ति को घर में रख सकते हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में बैल की प्रतिमा को रखने से कर्ज बढ़ता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है। बैल भार को दर्शाता है। नंदी प्रतिमा को घर में रखना चाहिए। यह भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति को दर्शती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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