ग्वालियर। आसमान में छाए बादल से सूर्य की किरणें जमीन पर नहीं पहुंच रही हैं। जिससे दिन में धूप नहीं खिल पा रही जब शुक्रवार की दोपहर में धूप खिली तो चेहरों पर रौनक आ गई। लेकिन यह रौनक अधिक समय तक नही रहीं और कुछ देर बाद ही फिर बादल छा गए। यह सिलसिला अगले तीन दिन यूं ही चलेगा। मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि पूर्वी हवाओं के कारण वातावरण में नमी भी रहेगी और आसमान में बादल भी। 6 दिसंबर के बाद आसमान से बादल छटेंगे तो फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी। रात का तापमान गिरेगा और दिन में धूप खिलने से दिन का तापमान बढ़ेगा। फिलहाल बारिश के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं लेकिन अगले तीन दिन आसमान से बादल भी नहीं हटेंगे। दिन में अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री दर्ज किया गया। दिन व रात के तापमान में बीच में 8.2 डिग्री का ही अंतर बचा है। हवा में नमी 94 फीसद दर्ज की गई ,बारिश 0.1 एमएम रही तथा हवा की रफ्तार सामान्य रही।
उत्तरी हवाएं लाएंगी ठंडक
मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि 6 दिसंबर से उत्तरी हवाएं चलेंगी। जो वातावरण में ठंडक लेकर आएंगी और आसमान से बादल हटाएंगी। जिसके बाद सूर्य की किरणें जमीन पर आ पहुंचेगी जिससे दिन का तापमान दो डिग्री तक बढ़ सकता है पर न्यूनतम तापमान में कमी आएगी। अभी बंगाल की खड़ी में बन रहे सिस्टम के कारण हवा में नमी बनी हुई है। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ का अब असर दिखाई नहीं दे रहा जिससे बारिश की कोई संभावना भी नहीं है।
दिन का तापमान बढ़ने का कारण
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह बताते हैं कि आसमान में बादल छाने से सूर्य से आने वाली किरण तो जमीन तक पहुंच जाती है। लेकिन उनसे पैदा होने वाली उष्मा बादलों के कारण आसमान में बाहर की ओर नहीं निकल पाती। इस कारण से रात के समय में गर्मी बढ़ जाती है जबकि दिन के समय में आसमान में बादल होने से धूप नहीं होती जिससे तापमान गिरने लगता है।
धूप खिली तो खिले चेहरे
शुक्रवार की दोपहर में जैसे ही आसमान में धूप खिली ताे लोगों के चेहरे खिल गए। क्योंकि पिछले तीन दिन से हो रही बूंदा बांदी और बादल छाने से धूप के दर्शन नहीं हो पा रहे थे। इस कारण से घर के अंदर कपड़ों में भी सीलन आ चुकी थी और कपड़े सूख नहीं पा रहे थे। धूप खिली तो महिलाओं ने सबसे पहले अपने घर के कपड़े धूप में सूखने के लिए डाले और राहत की सांस ली। लेकिन यह खुशी ज्यादा समय तक नहीं रही थोड़ी ही देर में फिर बाद छा गए ।
सर्द मौसम में रखें बच्चे और बुजुर्गों का ध्यान
जयारोग्य अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डा विजय गर्ग का कहना है कि सर्द मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का ख्याल रखने की बेहद आवश्यकता है। क्योंकि सर्द हवाओं की चपेट में आने से यह बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए इन्हें गर्म कपड़े पहनाकर रखें और बाहर न निकलने दें। इस समय सांस रोगियों की संख्या बढ़ रही है। ठंड लगने से बच्चेे सांस रोगी बन रहे हैं। उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है और खांसी के साथ कफ परेशान करता है। ऐसे में जरूरी है कि उनके खाने पीने से लेकर पहनने तक का ख्याल रखें यदि किसी तरह की परेशानी लगे तो तत्काल डाक्टर से परामर्श लें अन्यथा निमोनिया के शिकार बन सकते हैं।
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