भोपाल। नवंबर माह की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इस माह में मौसम के मिजाज के अनुरूप अभी ठंड शुरू नहीं हुई है। हालांकि, राजधानी सहित प्रदेश के शहरों में रात के समय गुलाबी ठंड बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, हवाओं का रुख बार-बार बदलने से रात के तापमान में विशेष गिरावट नहीं हो पा रही है।
सात नवंबर को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत आने के बाद मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। उससे हवाओं का रुख उत्तरी होने पर रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने के आसार हैं।
बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे कम 14.4 डिग्री सेल्सियस राजगढ़ में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 12 डिग्री सेल्सियस पर रहा। गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 35 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि नवंबर माह में प्रदेश में न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहता है। वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी हो रहा है।
इस वजह से रात के तापमान में विशेष गिरावट नहीं हो पा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पाकिस्तान के आसपास बना पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा के आसपास आ गया है। द्रोणिका के रूप में बना हुए इस पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता कम रहने से इस मध्य प्रदेश के मौसम पर नहीं पड़ रहा है।
इस वजह से तापमान में अपेक्षाकृत गिरावट नहीं हो पा रही है। सात नवंबर को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। उसके असर से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो सकती है। साथ ही हवाओं का रुख उत्तरी होने पर पूरे प्रदेश में तेजी से सिहरन बढ़ने की संभावना है।
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