रीवा। टीआई पर एसआई की गोली मारने की घटना से चर्चाओं आया सिविल लाइन थाना में एक महिला की मौत हो गई है। सिविल लाइन पुलिस ने इस महिला को चोरी की संदेह में हिरासत में लिया था। महिला की मौत होने पर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मामले में मजिस्ट्रेटियल जांच का आदेश है। वहीं थाने में पदस्थ पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है । गत सोमवार दोपहर 12 बजे की महिला को हिरासत में लेने के बावजूद सिविल लाइन पुलिस ने महिला रातभर थाने में रखा। जबकि महिला थाने पचास मीटर की दूरी पर है। ऐसे में पुलिसअधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
चोरी की शिकायत
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि ढकेहा निवासी यशवर्धन सिंह ने घर में चोरी होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। इस चोरी में उन्होंने घर में काम करने वाली राजकली केवल हाल निवासी रीवा पर चोरी का संदेह जाहिर किया था। इस पर सिलिव लाइन पुलिस की डॉयल 100 ने महिला को ढकेहा से सिविल लाइन थाने में लेकर आई। इसके बाद मामला दर्ज कर रात में महिला से पूछतांछ कर रही थी। इसी बीच महिला ने सीने में दर्द होने की शिकायत बताई। जिसके बाद राजकली केवट को संजय गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां महिला की मौत हो गई। इसकी सूचना के बाद मौेक पर पहुंचे एसपी विवेक सिंह पुलिस कस्टडी में महिला की मौत मानते हुए मजिस्ट्रेटियल जांच का आदेश दिया। साथ ही कहा जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों को नहीं दी जानकारी
महिला का मायका सीधी के रामपुर नैकिन अंतर्गत शिकारगंज में है और उसकी विवाह मउरा खड्डी में हुआ था। वह पिछले 10 वर्षो से रीवा में पति से अलग रह रही थी। मृतिका की भाभी ने बताया कि उसके नंनद राजकली केवट की मौत की जानकारी पुलिस ने नहीं दी। संजय गांधी चिकित्सालय पहुंचने के बाद उसके जानकारी है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि चोरी के संदेह होने पर घर मालिक द्वारा भी मारपीट की गई है।
पोस्ट मार्टम की वीडियो रिकार्डिंग
इस मामले को लेकर एसपी विवेक सिंह ने बताया घटना को लेकर मृतक महिला की पोस्टमार्टम चिकित्सकों की टीम किया हैं । साथ ही इस मामले की पूरी वीडियों रिकार्डिंग भी कराई गई हैं । साथ ही कहा कि घटना के दौरान कहां चूक हुई, इसकी भी जांच में लापरवाही मिलने पर 5 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबित पुलिस कर्मियों में उप निरीक्षक विकास सिंघौर, उप निरीक्षक केपी शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक द्वारिका बागरी, प्रधान आरक्षक विवेक सिंह गहरवार महिला आरक्षक खुशबू शामिल हैं।
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