भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से हवाओं का रुख बदला हुआ है। पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलने के कारण दिन और रात का तापमान बढ़ा हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी तीन दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। 22 अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में पहुंचेगा। उसके प्रभाव से दिन के तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। उधर बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात प्रदेश में सबसे कम 17.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दतिया में दर्ज किया गया।
ये वेदर सिस्टम सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ गया है। राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश और उससे लगे राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है।
प्रति-चक्रवात ने रोकी उत्तरी हवाओं की राह
इन वेदर सिस्टम की वजह से हवाओं का रुख पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश में दिन का तापमान बढ़ा हुआ है। इसी तरह रात का तापमान भी सामान्य या उससे अधिक बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रति चक्रवात के प्रभाव के कारण हवाओं का रुख उत्तरी नहीं हो रहा है। इस वजह से तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। 22 अक्टूबर एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने के आसार हैं।
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