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रीती पाठक सीधी से मिला टिकट, अब वर्तमान भाजपा विधायक निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे

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सीधी। विधानसभा क्षेत्र सीधी के विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ल आज निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकते हैं। उनके द्वारा इंटरनेट मीडिया में वीडियो पोस्ट कर जिले के सीधी, चुरहट, धौहनी एवं सिहावल के समस्त कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों को संबोधित करते हुए इस निर्णय की घड़ी में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर आमंत्रित किया है।

मैं सीधी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में रहूंगा

शुक्ल ने कहा है कि मैं सीधी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में रहूंगा और मेरे द्वारा पूर्व में ही कहा गया था कि अपने कार्यकर्ताओं एवं शुभचिंतकों से विचार मंथन के बाद इस संंबंध में सार्वजनिक तौर पर अपने निर्णय की जानकारी जल्द ही देंगे। ऐसे में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन को चुना गया है। 2 अक्टूबर को सुबह 10 बजे वह अपने कार्यकर्ताओं एवं शुभचिंतकों के साथ अपने निवास से निकलेंगे और गांधी चौक में पहुंचकर राष्ट्रपिता गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद अंबेडकर की प्रतिमा में जाकर माल्यार्पण करेंगे।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकते हैं

भाजपा की रीति-नीति के दायरे में रहकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकते हैं। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पंडित केदारनाथ शुक्ल ने सीधी जिले के अलावा अन्य जिलों में रहने वाले अपने शुभचिंतकों से भी इस अवसर पर पहुंचने की अपील की है। बताते चलें कि सीधी विधानसभा से वर्तमान विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ल का टिकट कट जाने के बाद से ही तरह-तरह की अटकलें लग रही थी और चर्चाओं का बाजार गर्म था। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि पंडित केदारनाथ शुक्ल का अगला कदम क्या होगा।

स्पष्ट संकेत दिए थे कि जल्द अगली रणनीति सार्वजनिक तौर पर बताएं

टिकट वितरण के तीसरे दिन ही मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होने स्पष्ट संकेत दे दिए थे कि वह अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा कर इस संबंध में जल्द ही अपनी अगली रणनीति की जानकारी सार्वजनिक तौर पर लोगों को देंगे। इसके बाद से ही उनके निवास में कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी हुई थी। कार्यकर्ताओं की इच्छा थी कि भाजपा द्वारा मनमानी तौर पर उनका टिकट काटा गया है जिसका विरोध होना चाहिए। इसके लिए यही माध्यम है कि पंडित केदारनाथ शुक्ल निर्दलीय तौर पर विधानसभा क्षेत्र सीधी के मतदाताओं के समक्ष पहुंचे और उनसे न्याय मांगेे। अधिकांश कार्यकर्ताओं के इसी तरह के सुझाव मिलने के बाद शुक्ल ने निर्दलीय तौर पर चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय लिया है। उनके निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से निश्चित ही इस बार विधानसभा क्षेत्र सीधी का समीकरण बदलना तय है।

पूर्व में गोपद बनास से भाजपा का टिकट न मिलने पर निर्दलीय उतरे थे

जानकारों का मानना है कि सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ल द्वारा पूर्व में तत्कालीन विधानसभा क्षेत्र गोपद बनास से भाजपा का टिकट न मिलने पर वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे थे। उन्हें चुनाव में भले ही पराजय का सामना करना पड़ा था लेकिन भाजपा प्रत्याशी को उन्होने तीसरे नंबर पर धकेलकर दूसरा स्थान पाया था।

केदारनाथ के निर्दलीय प्रत्याशी बनने से चारों विधानसभा में भाजपा को होगा नुकसान

सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल के इस मर्तबा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा को सीधी जिले की चारों विधानसभा में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। राजनैतिक जानकारों का मानना है कि पंडित केदारनाथ शुक्ल भाजपा के पुराने नेता रहे हैं। इस वजह से उनका जनाधार जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में है। काफी संख्या में उनके समर्थक एवं कार्यकर्ता अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी मौजूद हैं। शुक्ल के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा क्षेत्र सीधी से चुनाव मैदान में उतरने के बाद निश्चित ही इसका असर सभी विधानसभा क्षेत्रों में पड़ेगा।

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