लांजी। बिरसा जनपद के ग्राम चारिया अंतर्गत लफरा गांव में शुक्रवार की रात 11 से 12 बजे के बीच मकान की दीवार सहित छत गिरने से उसमें एक ही परिवार के नौ लोग दब गए। मकान के अंदर चीख पुकार मचते ही आसपास के लोग दौड़े और सभी को बाहर निकाल कर शासकीय अस्पताल लांजी पहुंचाया गया।
बारिश से कमजोर हुई दीवार
जानकारी के अनुसार 15 दिन पूर्व दो दिनों तक हुई लगातार वर्षा से कुंजल पिता बुद्धन दांदरे 85 वर्ष के मकान की दीवार में नमी आने से दीवार सहित छत गिर गई। जिसके मलबे में परिवार के बच्चे सहित नौ लोग दब गए। घायलों को 108 एंबुलेंस की सहायता से सिविल अस्पताल लांजी में भर्ती कराया गया।
घटना के संबंध में ग्राम लफरा निवासी झाड़ूलाल दांदरे ने बताया कि उसका मकान ग्राम लफरा में है और कच्चा मकान है। वो पिछले काफी समय से इसी मकान में परिवार सहित रहते है। गत दिवस हुई वर्षा की वजह से अभी तीन दिन से मकान की दीवारों में दरारें आने लगी है।
रात सोते वक्त गिरी दीवार
शुक्रवार की रात को घर के सभी सदस्य नौ बजे खाने के बाद खाकर सो रहे थे, तभी अचानक मकान की दीवार सहित छत टूटकर गिर गई और खटिया पर सो रहे बच्चे सहित पूरा परिवार अंदर ही दब गए। चीख पुकार सुनकर बाहर छप्पर में सो रही ज्योति दांदरे ने दौड़कर आसपास के पड़ोसियों को बुलाया। तब आसपास के पड़ोसी तुरंत आए और गिरे हुए मकान से मलबा को हटाकर परिवार के सभी लोगों को बाहर निकाला गया तथा तुरंत 108 एंबुलेंस को बुलाकर सिविल अस्पताल लांजी लाया गया। जहां उन्हें भर्ती कर उन परिवारों का उपचार किया जा रहा है।
गेहूं, चावल सहित अन्य सामग्री खराब
घायल मनोती दांदरे ने बताया कि मकान की दीवार व छत गिरने से मकान में रखा गेहूं, चावल, पहनने के कपड़े समेत घर गृहस्थी की अन्य सामग्री पूरी तरह से खराब हो गई। बताया गया कि करीब 50 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। मकान के मलबे में दबने से मनोती दांदरे 58 वर्ष, ज्योतेश्वरी दांदरे, ज्योति दांदरे, आंचल दांदरे 13 वर्ष, चाहत दांदरे तीन माह, काजल मातरे, बादल मातरे, अनायत दांदरे को छोटें आई हैं।
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