घटना जिले के कांसाबेल के ग्राम गोढ़ी की है। जानकारी के अनुसार इस गांव में विधायक रामपुकार सिंह भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। स्थानीय प्रशासन सुबह से ही कार्यक्रम की तैयारी में जुटा हुआ था। दोपहर बाद जैसे ही विधायक रामपुकार सिंह यहां पहुंचे ग्रामीणों ने उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए काला झंडा लहराना शुरू कर दिया।
आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक रामपुकार सिंह से कई बार जयमरगी से झिंगरेल को जोड़ने वाली 10 किलोमीटर सड़क निर्माण की मांग उन्होनें रखी है। लेकिन इस सड़क का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो पाया है। सड़क के ना होने से बरसात के दिनों में दर्जनों गांव प्रभावित हो रहें हैं। हंगामा को शांत करने के लिए मौके पर उपस्थित पुलिस विभाग के अधिकारियों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जूझना पड़ा।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों को सड़क निर्माण के लिए 11 करोड़ रूपए स्वीकृत हो जाने की जानकारी देते हुए शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन नाराज ग्रामीण काला झंडा और कपड़ा लहराते हुए आक्रोश जताते रहे। अंततः हंगामा के बीच भूमिपूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामपुकार सिंह पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र का 8 वीं बार नेतृत्व कर रहें हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद नवगठित विधानसभा में उन्हें प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। तत्कालीन अजित जोगी सरकार के कार्यकाल में वे खनिज मंत्री रह चुके हैं।
छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष का दायित्व निभा रहें हैं। आसन्न विधानसभा चुनाव के लिए भी पत्थलगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट के सबसे मजबूत दावेदार हैं। इनके अलावा जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रत्ना पैंकरा,डीडीसी और रामपुकार सिंह की बेटी आरती सिंह, पत्थलगांव जनपद पंचायत के अध्यक्ष सुकृत सिदार भी यहां से मजबूत दावेदारी कर रहें हैं।
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