बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सेल्स प्रमोशन एम्प्लायज यूनियन बिलासपुर इकाई द्वारा अपने राष्ट्रीय संगठन फेडरेशन आफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन के आह्वान पर दवाईयों से संबंधित मुद्दों को लेकर ड्रग कन्वेंशन का आयोजन रविवार को लायंस भवन सीएमडी चौक में किया गया। इस दौरान जीवन रक्षक दवाइयों पर जीएसटी शून्य करने केंद्र से की मांग की है।
ड्रग कन्वेंशन की अध्यक्षता सीजीएसपीईयू, बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष सोमप्रभ शर्मा ने किया। अखिल भारतीय ड्रग कन्वेंशन, दिल्ली में पारित घोषणा पत्र को सीजीएसपीईयू के प्रदेश अध्यक्ष रितेश तिवारी द्वारा कन्वेंशन के समक्ष रखा गया। जिसमे उन्होंने घोषणा पत्र में दवाइयों की गुणवत्ता की परख, जीवन रक्षक दवाइयों पर जीएसटी शून्य करने , स्वास्थ्य सेवाओं पर जीडीपी का पांच प्रतिशत बजट में आवंटन करने के लिए केंद्र सरकार से मांग की गई है। ड्रग कंवेंशन के मुख्य अतिथि डा. विनोद तिवारी, डाक्टर बीआर होतचंदानी , जिला विक्रेता संघ के सचिव सच्चीतानंद तीर्थाणी, उपाध्यक्ष पवन छाबड़ा, सह सचिव विशाल गोयल, ट्रेड यूनिन काउंसिल के गोवर्धन थे। रितेश तिवारी ने कहा कि दवाइयों का मूल्य निर्धारण सरकार द्वारा होनी चाहिए, जिससे आम जनता को सस्ती दवाइयों उपलब्ध हो सके। सीजीएसपीईयू बिलासपुर इकाई के सचिव रोशन कुमार ने किया।
इस दौरान दिनेश पटेल , अमित सिंह ,लोकेश त्रिवेदी , नीरज त्रिवेदी,अमित राय ,प्रोसेनजीत घोष , रितेश चौहान, अनिन्द्य मुखर्जी , आलोक पटेल , कमलेश , जीशान अहमद सहित बड़ी संख्या में मेडिकल व सेल्स रिप्रेसेंटेटीव उपस्थित रहे।
दवाइयों की गुणवत्ता की होनी चाहिए जांच
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डा. विनोद तिवारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सभी दवाइयों की गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए, जो दवाइयां जेनेरिक के नाम से बाजार में बिकती है, उनका भी मूल्य निर्धारण होनी चाहिए। इस दौरान जिला औषधि विक्रेता संघ के सचिव सच्चिदानंद तीर्थाणी व उपाध्यक्ष पवन छाबड़ा, छत्तीसगढ़ सेल्स प्रमोशन एम्प्लायज यूनियन के सह जनरल सेक्रेटरी प्रकाश नारायण सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे।
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