भोपाल। मालवा-निमाड़ में अति भारी वर्षा से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। हलांकि गहरा कम दबाव का क्षेत्र कुछ कमजोर पड़ने के बाद अब राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों के दौरान आलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम एवं मंदसौर जिले में अति भारी बारिश की आशंका व्यक्त करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा मौसम विभाग ने बड़वानी एवं धार जिले में भी कहीं-कहीं भारी बर्षा की संभावना जताई है और आरेंज अलर्ट की श्रेणी में रखा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि रविवार-सोमवार को भी इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। शेष संभागों के जिलों में मानसून की गतिविधियों में कमी आने लगेगी।
इन इलाकों में हुई वर्षा
उधर पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मध्य प्रदेश में सर्वाधिक 341 मिलीमीटर वर्षा काठीवाड़ा (आलीराजपुर) में हुई। इसके अलावा धार में 301.3, रतलाम में 242, खंडवा में 162, इंदौर में 144.7, खरगोन में 110, उज्जैन में 59, नर्मदापुरम में 13.6, भोपाल में 13.4, पचमढ़ी 10.2, शिवपुरी में सात, रायसेन में 6.2,ग्वालियर में 4.9, गुना में 4.2, सीधी में 2.6, बैतूल में दो, मलाजखंड में 0.6, सागर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।
ये मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गहरा कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के बाद कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। वर्तमान में वह दक्षिण-पूर्वी राजस्थान से लगे गुजरात एवं पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर से कम दबाव के क्षेत्र से होकर सतना, छत्तीसगढ़ होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
राजस्थान-गुजरात की ओर खिसका सिस्टम
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि कम दबाव के क्षेत्र के राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर पहुंच जाने के कारण मप्र में मानसून की गतिविधियों में अब कमी आने लगेगी। हालांकि रविवार-सोमवार को गुजरात-राजस्थान की सीमा से लगे मप्र के इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। शेष संभागों के जिलों में स्थानीय स्तर पर छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं।
न्यूनता की भरपाई हुई
बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 897.4 मिमी. वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा (905.3 मिमी.) की तुलना में सिर्फ एक प्रतिशत कम है। पांच सितंबर को प्रदेश में वर्षा सामान्य से 19 प्रतिशत तक कम थी।
अति भारी वर्षा वाले प्रमुख क्षेत्र (चौबीस घंटे में)
वर्षा (मिमी. में) — क्षेत्र
341.0 — काठीवाड़ा (आलीराजपुर)
320.4 — जोबट(आलीराजपुर)
316.0 — मेघनगर(झाबुआ)
301.3 — धार
298.4 — आलीराजपुर
293.8 — थांदला(झाबुआ)
282.0 — बाजना (रतलाम)
280.3 — उदयगढ़(आलीराजपुर)
265.0 — बदनावर(धार)
265.0 — भाभरा(आलीराजपुर)
262.0 — राओती (रतलाम)
261.6 — सरदारपुर (धार)
242.0 — रतलाम
240.1 — झाबुआ
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