जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक छात्र को प्रिंसिपल ने ऐसी सजा सुनाई, जिससे उसकी मौत हो गई। दरअसल, एक छात्र को प्रिंसिपल ने धूप में खड़े रहने की सजा सुना दी। छात्र काफी देर तक धूप में खड़ा रहा। इस दौरान छात्र की तबीयत बिगड़ गई। जब छात्र स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर के लिए निकला तो उसकी रास्ते में तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद छात्र की मौत हो गई।
जानिए क्या है मामला?
मामला जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र का है, यहां सेमरहू गांव का निवासी आयुष सरोज (16) बंधवा बाजार स्थित कंजन बालिका इंटर कालेज में दसवीं का छात्र है। छात्र शनिवार को भी हर रोज की तरह साइकिल से स्कूल गया था। बताया जा रहा है कि कॉलेज में किसी बात को लेकर प्रिंसिपल ने आयुष को धूप में एक घंटे खड़े रहने की सजा दे दी। छात्र आयुष काफी देर तक वहीं पड़ खड़ा रहा, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।
ऐसे में छुट्टी होने पर वह साईकिल से घर के लिए निकला। रास्ते में हालत खराब होते ही आयुष रोड के किनारे स्थित एक व्यक्ति के घर पर लेट गया। इसकी जानकारी परिजनों को दी गई। परिजन छात्र को लेकर मछलीशहर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने बंधवा बाजार में शव रखकर रोड जाम कर दिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिजनों का शांत कराया। छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
क्या कहती है पुलिस?
इस बारे में मछलीशहर के क्षेत्राधिकारी अतर सिंह ने बताया कि दसवीं में पढ़ने वाले छात्र की घर जाते समय मौत हो गई। परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल और प्रबंधक पर धूप में घण्टो खड़ा कराने की वजह से मौत होने का आरोप लगाया है। परिजनोंं ने प्रिंसिपल और स्कूल प्रबंधक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए अन्य आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
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