इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में एक बार फिर हंगामे की आशंका बढ़ गई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने गिरफ्तारी के विरोध में देशभर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का एलान किया है। लेकिन इसे शांतिपूर्ण रहने की संभावना कम ही दिखती है। पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट से भी दरख्वास्त की है कि उनकी रिव्यू पिटिशन पर शीघ्र सुनवाई की जाए। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने इस फैसले के खिलाफ लाहौर उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया है। याचिका में पीटीआई ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्न प्रधानमंत्री इमरान खान को पुलिस द्वारा ‘अवैध रूप’ से गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि गिरफ्तारी के समय उनके पास अदालत का आदेश नहीं था। पाकिस्तान की एआरवाई न्यूज ने बताया कि याचिका में आईजीपी पंजाब, सीसीपीओ लाहौर और अन्य को इस मामले में प्रतिवादी बनाया गया है।
इमरान खान का वीडियो संदेश
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने समर्थकों के लिए वीडियो संदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि यह लंदन योजना को पूरा करने की दिशा में एक और कदम है, लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण, दृढ़ और मजबूत रहें। हम किसी और के सामने नहीं, सिर्फ अल्लाह के सामने झुकते हैं।
इस वीडियो में पीटीआई प्रमुख ने जहां शांति बनाये रखने की बात कही है, वहीं सरकार के खिलाफ संघर्ष का आह्वान भी किया है। इसमें इमरान खान ने कहा है कि मेरी आप सभी से सिर्फ एक ही अपील है कि आपको अपने घरों में छुपकर नहीं बैठना है। मैं जो जद्दोजहद कर रहा हूं, वह खुद के लिए नहीं कर रहा हूं। आपके लिए कर रहा हूं, अपने मुल्क के लिए कर रहा हूं, आपके बच्चों के लिए कर रहा हूं। इमरान खान ने आखिर में कहा कि आजादी प्लेट में परोस कर नहीं मिलती, इसके लिए लड़ना पड़ता है।
पूर्व पीएम को सजा
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान खान को तोशाखाना मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में इस्लामाबाद ट्रायल कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराते हुए तीन साल की सजा सुनाई है। इस्लामाबाद की ट्रायल कोर्ट ने इमरान के पांच साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है। इमरान की गिरफ्तारी के बाद कई पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थक सड़कों पर निकलने लगे हैं। ऐसे में पाकिस्तान में एक बार फिर बवाल की आशंका बढ़ रही है।
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