गाजीपुर की सीमा बिहार प्रांत के बक्सर जिले से लगती है. ऐसे में अंतर राज्यीय सीमा पर निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर उड़न दस्ता SST/FST की तैनाती की गई थी, जिनका मुख्य काम सीमावर्ती इलाकों से आने-जाने वाले लोगों और वाहनों पर नजर रख सकें.
इसी बीच आज व्यय प्रेक्षकों के चेकिंग के दौरान आठ अधिकारी ड्यूटी से नदारद मिले. इसकी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई और जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर गाजीपुर के सदर कोतवाली में सभी आठ लापता अधिकारियों के खिलाफ धारा 134 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया.
आदर्श आचार संहिता के कारण रख रहे निगरानी
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनज़र आदर्श आचार संहिता लागू है, जिसके तहत उड़न दस्ता स्थैतिक निगरानी दल काम पर लगा हुआ है, जो संवेदनशील जगह बैरियर आदि स्थानों पर आदर्शआचार संहिता उल्लंघन संबंधित शिकायतों पर अपनी निगरानी रखता है. ऐसी जगह पर नगदी, शराब वह अन्य किसी भी वस्तु के खरीद-फरोद से संबंधित कोई शिकायत मिलती है तो यह टीम नियमानुसार अनुसार कार्रवाई करती है.
इन टीमों के स्टेटिक व फ्लाइंग स्क्वायड मजिस्ट्रेट इन कार्रवाइयों को अपने नेतृत्व में करते हैं और इसकी सूचना चुनाव आयोग को भेजी जाती है. मौके से लापता आठ मजिस्ट्रेट में दिग्विजय सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर समता पीजी कॉलेज सादात गाज़ीपुर, राकेश पांडे असिस्टेंट प्रोफेसर स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर, अनुज कुमार मिश्रा असिस्टेंट प्रोफेसर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर,
रवि शंकर वर्मा असिस्टेंट प्रोफेसर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर, विजय कुमार सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर,, नीतीश कुमार भारद्वाज असिस्टेंट प्रोफेसर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर,कमलेश सिंह सहकारी निरीक्षक,श्रवण कुमार शुक्ला असिस्टेंट प्रोफेसर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर शामिल है.
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