चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भले ही दिल्ली में हो रहे शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने नहीं आ रहे हों, लेकिन चीन को इस सम्मेलन से बड़ी उम्मीदें हैं। सोमवार को चीन की राजधानी बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओन निंग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि ये बैठक महत्वपूर्ण है और वैश्विक स्तर पर आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत साझेदारी और आपसी सहयोग जरूरी है। माओ निंग ने उम्मीद जताई कि 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाला जी20 शिखर सम्मेलन, आम सहमति बनाएगा, विश्वास का संदेश देगा तथा साझा समृद्धि और विकास को बढ़ावा देगा।
एक सवाल के जवाब में माओन निंग ने कहा, “जैसा कि विश्व अर्थव्यवस्था अधिक दबाव का अनुभव कर रही है और वैश्विक सतत विकास के लिए चुनौतियां बढ़ रही हैं, यह महत्वपूर्ण है कि जी20, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच होने के नाते, साझेदारी को मजबूत करे और वैश्विक अर्थव्यवस्था और विकास के सामने आने वाली बड़ी चुनौतियों का सामना करे।” उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि नई दिल्ली शिखर सम्मेलन इस पर आम सहमति बनाएगा, विश्वास का संदेश देगा और साझा समृद्धि और विकास को बढ़ावा देगा।”
ली कियांग करेंगे नेतृत्व
इसी संवाददाता सम्मेलन में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओन निंग ने घोषणा की कि जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधान मंत्री ली कियांग एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान ली क़ियांग, G20 देशों के बीच अधिक एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए चीन के दृष्टिकोण और सुझाव को पेश करेंगे। माओन निंग ने कहा कि G20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक महत्वपूर्ण मंच है। चीन ने हमेशा से ही G20 आयोजनों को बहुत महत्व दिया है और उनमें सक्रिय भाग लिया है। उन्होंने कहा कि हम जी20 देशों के बीच अधिक एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सभी देशों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
भारत कर रहा मेजबानी
9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत पूरी तरह तैयार है। गौरतलब है कि भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभाली थी और देश भर के 60 शहरों में जी20 से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित की गईं थीं। नई दिल्ली में होनेवाले 18वें G20 शिखर सम्मेलन में विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों की बैठक के साथ, साल भर चले सभी G20 बैठकों का समापन होगा।
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