Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
महाराष्ट्र में बदल सकती है राजनीति की दिशा, इन 7 कारणों से एक साथ नजर आ सकते हैं राज और उद्धव ठाकरे सीलमपुर हत्याकांड: बच कैसे गया था कुनाल! वो बात जिसके बाद लेडी डॉन जिकरा पर सवार हुआ हत्या का भूत वो आधी हिंदू, आधी मियां…नाम रखा जाए ममता बेगम… BJP नेता विनय कटियार का हमला 62 की उम्र में शादी, दूसरे ही दिन दुल्हन ने कर दिया कांड; डेढ़ महीने से चक्कर काट रहे बुजुर्ग J-K: किश्तवाड़ में धंसी जमीन; 22 परिवारों को किया गया शिफ्ट, क्या ये है भूस्खलन का जिम्मेदार? भाभी से पड़ोसी का चल रहा था अफेयर, देवर को पता चला तो प्रेमी ने लगा दिया ठिकाने हमें धोखे से जहर खिलाया… मौत से पहले दंपत्ति ने भेजा वॉयस मैसेज, हैरान कर देगा ये डबल मर्डर केस गाजियाबाद: नाबालिग से टीचर ने दो साल तक किया हैवानियत, प्रेग्नेंट हुई तो अबॉर्शन भी कराया; ऐसे हुआ ख... जिस प्यार के लिए कराया लिंग परिवर्तन, उसी ने किन्नर के लिए छोड़ दिया साथ; लड़का से लड़की बने सन्नी क... सास को लेकर घर पहुंचा राहुल, गांव वालों ने खदेड़ा; पिता बोले- यहां क्यों आए?

अगले सत्र से 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना होगी खत्म गणित में होंगे दो विकल्प

21

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10 वीं बोर्ड से बेस्ट आफ फाइव योजना अगले सत्र से समाप्त हो जाएगी। शासन को मंडल ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था। जहां से मंजूरी मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को इसके आदेश जारी कर दिए हैं। नौंवी कक्षा में इस योजना को इसी सत्र से समाप्त कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कुछ नए बदलाव इस सत्र से और अगले सत्र से किए हैं।

स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए गए हैं कि 10 वीं में बेस्ट आफ फाइव योजना को सत्र 2024-25 से समाप्त किया जाता है, जबकि नौवीं में इस सत्र से योजना समाप्त हो जाएगी। वहीं इस सत्र से गणित विषय में दो स्तर के विकल्प विद्यार्थियों के लिए होंगे। विद्यार्थी सामान्य गणित एवं उच्च गणित ले सकेंगे। इस योजना को खत्म करने के पीछे मंडल ने विशेषज्ञों की बैठक कर पांच से छह साल के 10 वीं के परिणाम का आकलन कर इसे खत्म करने का निर्णय लिया है। इसमें पाया कि इस योजना के कारण 10 वीं के विद्यार्थी मुख्य विषय अंग्रेजी, गणित व विज्ञान में पीछे हो रहे थे। इसके अलावा इस सत्र से नौवीं व दसवीं में सतत व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया भी लागू किया जा रहा है। बता दें,कि हर साल 10 वीं में करीब डेढ़ से दो लाख विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे मुख्य विषय में फेल हो रहे थे। मंडल की 10 वीं की परीक्षा में हर साल प्रदेश से करीब 10 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं।

2017-18 में लागू हुई थी बेस्ट आफ फाइव योजना

बेस्ट आफ फाइव योजना को 10वीं के परिणाम में सुधार करने के लिए 2017-18 में लागू किया गया था। इस योजना के तहत अगर विद्यार्थी छह विषयों में से पांच विषय में पास हो जाता है और एक विषय में फेल होता है तो भी उसे पास घोषित किया जाता था। इसमें सर्वाधिक अंकों वाले पांच विषयों के नंबर जोड़कर परिणाम घोषित किया जाता था, जबकि सबसे कम अंक आने वाले छठवें विषय को रिजल्ट में शामिल नहीं किया जाता था।

डीपीआइ ने भी 2020 में लिखा था पत्र

माशिमं को 2020 में लोक शिक्षण संचालनालय(डीपीआइ) ने भी पत्र लिखकर इस योजना को समाप्त करने के बारे में कहा था। तब से इस योजना को समाप्त करने की प्रक्रिया चल रही थी

मुख्य विषयों में दो लाख से अधिक विद्यार्थी योजना की बैसाखी पर

10 वीं के छह विषयों के परिणाम में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी में सबसे ज्यादा विद्यार्थी फेल हुए है। 10वीं की अंग्रेजी में दो लाख 66 हजार विद्यार्थी फेल हुए थे। गणित में दो लाख 17 हजार और विज्ञान में दो लाख 28 हजार विद्यार्थी फेल थे। इन विषयों में बेस्ट आफ फाइव योजना के तहत पास किया गया था।

वर्जन

– इस सत्र में नौवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा से बेस्ट आफ फाइव को समाप्त किया जा रहा है। सत्र 2024-25 से 10 वीं में इस योजना समाप्त कर दिया जाएगा। इस योजना के कारण विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों में फेल हो रहे थे। इस कारण इसे समाप्त किया जा रहा है। साथ ही गणित में सामान्य व गणित दो विकल्प भी लागू होंगे।

प्रो. रमा मिश्रा,उपाध्यक्ष, माशिमं

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.