मुरैना। मुरैना नगर निगम में नौकरी दिलवाने के नाम पर एक ठग ने चार युवकों से 4 लाख 35 हजार रुपये की ठगी कर ली। करीब डेढ़ साल से यह ठग इन पीड़ितों को रुपये वापस लौटाने के नाम पर परेशान कर रहा है। इसकी शिकायत पीड़ितों ने एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान से की है।
एसपी के पास पहुंचे नरेश निवासी श्यारू गांव, रघुराज जाटव निवासी चंदाबाई का पुरा, रामवीर जाटव निवासी श्यारू गांव और अनिल वैश्य निवासी जौरा ने आवेदन देकर बताया, कि मुरैना की सिंघल बस्ती नई टंकी के पास रहने वाले मुकेश उर्फ मोने पचौरी ने उन्हें खुद को नगर निगम अफसरों का खास बताते हुए नगर निगम में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। नरेश के अनुसार उससे 1.50 लाख रुपये, रघुराज से 85 हजार रुपये, रामवीर जाटव से 50 हजार रुपये और अनिल वैश्य से 1 लाख 50 हजार रुपये नौकरी के नाम पर ले लिए।
नौकरी के लिए भटकता रहा
पीडि़त ने बताया कि आरोपित उसे छह महीने तक भटकाता रहा, लेकिन नौकरी नहीं मिली। इसके बाद 26 जून 2022 को मोने पचौरी के पिता सरदार जाटव ने कहा, कि वह सबके रुपये वापिस कर देगा, लेकिन एक साल तक रुपये वापस नहीं किए पीड़ितों के अनुसार 21 अगस्त को रुपये लेने गए तो मोने और उसके पिता ने धमकी देकर भगा दिया। पीड़ितों ने ठग से अपने रुपये वापिस दिलाने की मांग की है।
इधर रेलवे का अफसर बन ठगी
रेलवे का अफसर और रेलवे के ठेकेदार बनकर तीन लोगों ने मुरैना के एक कबाड़ कारोबारी से 46 लाख रुपये ठग लिए। कबाड़ कारोबारी की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने दो नामजद और एक अज्ञात पर केस दर्ज किया है। इन आरोपितों पर कुछ महीने पहले शिवपुरी में भी धोखाधड़ी का केस दर्ज हो चुका है।
कबाड़ का कारोबार करने वाले प्रदीप यादव ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया, कि मुरैना के विष्णु शर्मा ने नवीन कुमार को रेलवे का बड़ा अफसर बताकर उससे मिलवाया और रेलवे का बड़ा ठेका दिलाने का झांसा दिया। इनके साथ एक अन्य आरोपित ने रेलवे के ठेके में करोड़ों की कमाई का झांसा दिया और पार्टनरी के नाम पर 20 मार्च से 25 मई तक 46 लाख रुपये ले लिए।
लाखों रुपये मनीष नाम के व्यक्ति को दिल्ली में डीआरएम बताकर उसके खाते में डलवाए। बताया गया कि तीनों आरोपित मुरैना के ही है।
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