ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म लेते ही व्यक्ति का जुड़ाव नवग्रहों से हो जाता है और उनसे मिलने वाले शुभ और अशुभ प्रभाव का असर जीवन भर पड़ता है। ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है, जिसके अशुभ होने पर व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। वहीं, यदि चंद्रमा शुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति काफी धैर्यवान रहता है और अपनी सूझबूझ से हर समस्या का हल निकाल लेता है। चंद्रमा के कमजोर होने पर मन अशांत रहता है। कुंडली में चंद्र दोष हो तो ज्योतिष में कई तरह के उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है।
क्या होता है चंद्र दोष
नवग्रहों में चंद्रमा यदि कुंडली में अशुभ फल दे रहा हो तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। चंद्र दोष के चलते जीवन में कलह बनी रहती है। चंद्रमा व्यक्ति के मन और भावना का कारक होता है। इसलिए चंद्र दोष में व्यक्ति हमेशा उलझन में रहता है। कुंडली का चंद्र दोष व्यक्ति के दिल, फेफड़े, अवसाद, मिर्गी और मौसमी बीमारी आदि का कारण बनता है।
चंद्र दोष में करें ये उपाय
- कुंडली में चंद्र दोष को दूर करने के लिए भगवान शिव की पूजा करना चाहिए। मान्यता है कि चंद्रमा को सिर पर धारण करने वाले भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली का चंद्र दोष दूर होता है। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- कुंडली में चंद्र दोष होने पर व्यक्ति को चंद्र दर्शन करना चाहिए। चंद्रमा की अशुभता को दूर करने के लिए सोमवार और पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से चंद्र देवता की पूजा करनी चाहिए।
- ज्योतिष में नवग्रहों के दोष को दूर करने के लिए रत्न को भी उत्तम माना गया है। ऐसे में चंद्र दोष को दूर करने के लिए सोमवार के दिन चांदी की अंगूठी में मोती रत्न जड़वा कर धारण करना चाहिए।
- यदि आप पूजा-पाठ या रत्न उपाय न कर पाएं तो सोमवार के दिन चंद्रमा से संबंधित चीजें जैसे चावल, दूध, मिश्री, चांदी, मोती, सफेद वस्त्र, सफेद पुष्प, सफेद चंदन आदि दान कर सकते हैं।
डिसक्लेमर
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