दिल्ली पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी दिल्ली सरकार के निलंबित अधिकारी और उसकी पत्नी को हिरासत में ले लिया है। उत्तरी जिले के बुराड़ी थाने में अधिकारी पर अपने मृत दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक कथित तौर पर रेप का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेश पर आरोपी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैंने मुख्य सचिव को जांच चलने तक उन्हें निलंबित करने का निर्देश दिया है और शाम 5 बजे तक इस पर रिपोर्ट भी मांगी है।
बीजेपी ने उठाया मुद्दा
बीजेपी ने इस मामले को शर्मनाक बताते हुए केजरीवाल सरकार पर सवाल खड़े किये हैं। दिल्ली बीजेपी की नेता बांसुरी स्वराज ने पूछा कि जब 13 अगस्त को ही एफआईआर दर्ज हो गई थी, तो दिल्ली सरकार ने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने में इतना वक्त क्यों लगाया।
मंत्री की सफाई
रेप की घटना पर दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि यह चौंकाने वाली घटना है क्योंकि आरोपी खुद महिला एवं बाल विकास विभाग में काम कर रहा था। अगर उन पर किसी नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोप है तो यह चिंताजनक बात है। जैसे ही यह मामला मुख्यमंत्री के सामने आया तो मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) ने संबंधित अधिकारी को आरोपित अधिकारी के निलंबन का आदेश दिया। उन्होंने उन आरोपों को भी खारिज किया, जिसमें आरोपी अधिकारी के उनके ओएसडी के रूप में काम करने की बात कही जा रही थी।
धरने पर बैठीं स्वाति मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल दिल्ली के उस अस्पताल में धरने पर बैठीं जहां नाबालिग लड़की को भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि मैं देखना चाहती हूं कि ऐसा क्या है जो दिल्ली पुलिस छिपाना चाहती है। उनका कहना था कि उन्हें अंदर जाकर लड़की से मिलने नहीं दिया गया।
जानिए पूरा मामला
उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 17 वर्षीय लड़की के पिता की मौत अक्टूबर 2020 में हो गई थी। बाद में लड़की को उसके मृत पिता के पारिवारिक मित्र के आवास पर भेज दिया गया, जो अब मामले में आरोपी (दिल्ली सरकार का अधिकारी) है। उसने बताया कि नवंबर-दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में उसके स्थानीय अभिभावक (दिल्ली सरकार के अधिकारी) ने उसके साथ बलात्कार किया। जब उसने यह बात आरोपी की पत्नी को बताई तो महिला ने उसे धमकाया और उसका गर्भपात भी करा दिया। लड़की तनाव और दबाव में रही। घटना के बाद उसे पैनिक अटैक का भी सामना करना पड़ा। उसके इलाज के दौरान ये बात सामने आई। डॉक्टरों ने बताया कि लड़की बयान देने के लिए फिट नहीं है। पुलिस ने कहा कि लड़की का बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.