इंदौर। मई में होने वाली बीएड सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा तीन महीने पिछड़ गई है। अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने सितंबर में परीक्षा आयोजित करने जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने नियमित छात्र-छात्राओं की जानकारी मांगी है, जो परीक्षा में सम्मिलित होंगे। यहां तक कि विषयवार शिक्षकों के बारे में पूछा गया है। कालेजों को सात दिन में यह जानकारी विश्वविद्यालय को देनी है। उसके आधार पर बीएड विद्यार्थियों की इंटरनल परीक्षा करवाई जा सके।
विश्वविद्यालय के दायरे में 55 कालेज
विश्वविद्यालय के दायरे में आने वाले 55 कालेज है। यहां पढ़ने वाले सात से आठ हजार विद्यार्थी है, जिनकी बीएड सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा होना है। मई से छात्र-छात्राएं परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। कई बार विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मिलकर जल्द परीक्षा आयोजित करवाने काे कह चुके हैं।
इन कारणों से हुई देरी
कालेजों की तरफ से मान्यता व संबद्धता से जुड़ी जानकारी नहीं मिलने से परीक्षा में देरी हुई है। अब विश्वविद्यालय ने अगले महीने परीक्षा करवाएगा, लेकिन उसे पहले कालेजों को नियमित विद्यार्थी और विषयवार शिक्षकों के बारे में बताना है, जिसमें कोड 28 में नियुक्त शिक्षकों की सूची देना है। ये काम सात दिन के भीतर कालेजों को करना है। उसके बाद विश्वविद्यालय की तरफ से इंटरनल परीक्षा के लिए आतंरिक परीक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। ताकि कालेजों विद्यार्थियों की इंटरनल परीक्षा आयोजित कर सके।
परीक्षा और गोपनीय विभाग की डिप्टी रजिस्ट्रार रचना ठाकुर का कहना है कि सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा सितंबर में करवाई जाएगी। उसके तुरंत बाद कालेजों को आतंरिक परीक्षकों के माध्यम से इंटरनल परीक्षा सम्पन्न करवाना होगी। फिर विद्यार्थियों को इंटरनल मार्क्स विश्वविद्यालय को भेजना होंगे। वे बताते है कि दस दिनों के भीतर विश्वविद्यालय बीएड सेकंड सेमेस्टर का टाइम टेबल जारी किया जाएगा।
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