गुना। जिले में पिछले छह दिनों से बारिश का दौर थमा हुआ है। इससे अधिकतम पारे में उछाल आया है, जो शुक्रवार को तापमान 32 डिग्री के पार पहुंच गया। हालांकि, बारिश थमने से फिलहाल फसलों पर असर नहीं पड़ा है, लेकिन कृषि विशेषज्ञों बताते हैं कि आगामी तीन-चार दिन भी पानी नहीं गिरता है, तो फूल कमजोर पड़ने की संभावना बन सकती है।
भू-अभिलेख के आंकड़ों पर गौर करें, तो रविवार से लेकर शुक्रवार तक जिले में कहीं भी वर्षा दर्ज नहीं की गई है। जिले में छह दिन पहले 0.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जिसके बाद वर्षा का सिलसिला थमा हुआ है। यदि औसत वर्षा के आंकड़े की बात करें, तो वह भी आगे नहीं बढ़ सका है। जिले की सामान्य औसत वर्षा 1053.5 मिमी है, जिसमें से 45 फीसदी ही पानी बरसा है।
शहर में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि छह दिन पहले अधिकतम पारा 29.4 डिग्री सेल्सियस था। इस तरह छह दिनों में वर्षा नहीं होने से अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है।
अस्पतालों में मरीजों की स्थिति
इधर, बारिश थमने और तापमान बढ़ने से मौसमी बीमारियां बढ़ी हुई हैं। आम दिनों के मुकाबले ओपीडी एक हजार का आंकड़ा छू चुकी है। जिला अस्पताल के पिछले पांच दिनों की ओपीडी पर गौर करें, तो सात अगस्त को ओपीडी में मरीजों की संख्या 1096 थी, जबकि आई फ्लू के 86 मरीज थे।
मरीजों की संख्या
इसके अलावा अंचल के अस्पतालों और निजी क्लीनिकों पर भी मरीजों की भीड़ है। इनमें सबसे ज्यादा मरीज वायरल फीवर के हैं। खास बात यह कि शुक्रवार को आई फ्लू के मरीजों की संख्या में गिरावट आई है।
बारिश के हाल
- 1053.5 मिमी जिले की औसत बारिश
- 474.4 मिमी अब तक बारिश हुई
- पिछले वर्ष इसी अवधि में 709 मिमी बारिश हुई थी
बारिश का दौर थमने से फिलहाल खरीफ फसलों को कोई दिक्कत नहीं है। यदि आगामी तीन-चार दिन और वर्षा नहीं होती है, तो फूल कमजोर रहने की स्थिति बन सकती है। -अशोक उपाध्याय, उपसंचालक कृषि
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