‘बीजेपी ने आदिवासियों को वनवासी कहकर अपमानित किया’, राहुल बोले- ये सिर्फ आपका नहीं, पूरे देश का अपमान है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने आदिवासियों के अधिकारों के मुद्दे पर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि आदिवासियों को वनवासी कहना पूरे भारत का अपमान है। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा आदिवासियों को ‘वनवासी’ कहती है और फिर उन्हीं के जंगलों को उनसे छीनकर ‘अडाणी’ (उद्योगपतियों)को पकड़ा देती है। उन्होंने कहा कि देश के आदिवासियों को भी बाकी नागरिकों के समान सपने देखने का अवसर और अधिकार मिलना चाहिए।
राहुल गांधी ‘विश्व आदिवासी दिवस’ पर राजस्थान में बांसवाड़ा जिले के ऐतिहासिक मानगढ़ धाम में आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। आदिवासी बहुल इलाके में आयोजित रैली में भारी भीड़ मौजूद थी। राजस्थान-गुजरात की सीमा पर स्थित बांसवाड़ा जिले का मानगढ़ धाम एक ऐतिहासिक स्थान है जहां 1913 में अंग्रेजों की गोलीबारी में सैकड़ों आदिवासी मारे गए थे। भाजपा पर तंस कसते हुए कांग्रेस नेता गांधी ने कहा, ‘‘अब भाजपा ने नया शब्द निकाला है -वनवासी। वनवासी का मतलब जो जंगल में रहते हैं।
हम आपको आदिवासी कहते हैं… (जिसका अर्थ है) यह पूरा का पूरा देश आपका है और हम चाहते हैं कि आप जो भी करना चाहें, उसमें सफल हों। हम चाहते हैं आप अपने बच्चों के लिए जो भी सपना देखना चाहते हैं, आपका वह सपना पूरा होना चाहिए।” भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,‘‘ वह कहते हैं कि आप आदिवासी नहीं हैं… आप हिंदुस्तान के पहले निवासी नहीं हैं…. मतलब आप इस देश के ओरिजिनल (मूल) मालिक नहीं हैं, आप तो जंगल में रहते हैं। यह आपका अपमान है। यह भारत माता का अपमान है। सिर्फ आदिवासियों का नहीं, पूरे देश का अपमान है।”
भाजपा चाहती है आप जंगलों से बाहर न आए: राहुल
गांधी ने कहा, ‘‘ भाजपा…आरएसएस चाहती है कि आप जंगलों में रहें, जंगलों के बाहर ना निकलें, आपके बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, लॉयर (वकील) ना बनें, बिजनेस (उद्यम) ना चलाएं, प्रोफेसर न बनें, हवाई जहान जा उड़ाएं… वह आप पर वनवासी का ठप्पा लगाना चाहते हैं।” आदिवासियों के उत्थान के लिए कांग्रेस द्वारा किए गए कामों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों को जंगल का, जमीन का, जल का हक दिया, कानून दिया… आदिवासी बिल दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस ने कानूनों के रूप में आदिवासियों को कांग्रेस द्वारा दिए गए अधिकारों को एक एक कर के रद्द कर दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि सच्चाई यह है कि ये जमीन पहले आदिवासियों की थी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों द्वारा दी गई कुर्बानी को देश कभी नहीं भूलेगा। कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन का एक बड़ा हिस्सा आदिवासियों व उनके इतिहास पर केंद्रित रखा।
ये हमारी नहीं आदिवासियों की जमीन है: गांधी
उन्होंने अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मिली एक किताब व इसको लेकर उनसे हुई बातचीत का भी जिक्र किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के अनुसार, उन्होंने जब अपनी दादी से आदिवासी शब्द का अर्थ पूछा था तो उन्होंने बताया था, ‘यह हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं। यह जो हमारी जमीन है जिसको आज हम भारत कहते हैं, यह इन्हीं आदिवासियों की जमीन थी।” राहुल गांधी के साथ मंच पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित पार्टी के अनेक नेता व पदाधिकारी मौजूद थे।
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