उज्जैन। उज्जैन में शुक्रवार-शनिवार की रात भारी वर्षा हुई। शुक्रवार को ही 64 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इससे शहर का प्रमुख पेयजल स्रोत गंभीर डैम लबालब हो गया। उसके तीन गेट खोले गए। महाकाल मंदिर के नंदी हाल और गणेश मंडपम में भी वर्षा का पानी प्रवेश कर गया। हालांकि कुछ ही देर में मोटरों से पानी निकाल लिया गया। इस दौरान दर्शन व्यवस्था सुचारू रही।
बता दें कि तेज वर्षा के दौरान मंदिर में इस तरह की स्थिति निर्मित हो जाती है। महाकाल मंदिर में शुक्रवार रात करीब 10 बजे वर्षा का पानी आया था। दरअसल गर्भगृह, नंदी हाल, गणेश मंडपम् मंदिर के निचले भाग में स्थित हैं। तेज वर्षा से ऊपर के रैंप से पानी नीचे की ओर जाता है।
तेज वर्षा के दौरान यह स्थिति बनती है। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि पानी निकालने के लिए छह मोटरें लगाई गईं। दर्शनार्थियों को कोई असुविधा नहीं हुई।
इंटरनेट मीडिया पर कुछ लोगों ने महाकाल मंदिर में पानी भरने और अफरातफरी की सूचना प्रसारित कर दी थी। इस पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने भी कहा कि इस तरह की भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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