बिहार के भागलपुर रेलवे स्टेशन पर कविगुरु एक्सप्रेस से लोको पायलट का ड्रेस पहने गले में भारतीय रेल का फीता लटकाए एक युवक को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है . युवक एसएलआर बोगी में खुद को लोको पायलट बताते हुए बैठा हुआ था. इसकी सूचना रेलवे के सहायक उप निरीक्षक को ट्रेन के लोको पायलट ने दी. मामले में जांच कर फर्जी लोको पायलट को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है.
दरअसल, बिना टिकट लोको पायलट का ड्रेस पहने कविगुरु एक्सप्रेस के एसएलआर बोगी में यात्रा करने के लिए युवक लिए चढ़ा था. शक होने पर उससे पूछताछ की गई और फिर फर्जी लोको पायलट को गिरफ्तार कर लिया गया. आरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक के तहरीर पर जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज हो गया. जीआरपी उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजे जाने की तैयारी में है. गिरफ्तार फर्जी लोको पायलट जमुई जिले का रहने वाला है.
आरपीएफ पोस्ट के सहायक उप निरीक्षक ने क्या कहा?
जीआरपी थाने को दिए गए आवेदन में आरपीएफ पोस्ट के सहायक उप निरीक्षक संजीव कुमार ने झा ने बताया कि रविवार की देर शाम करीब 8 बजे कविगुरु एक्सप्रेस के लोको पायलट मो. गयासुद्दीन ने सूचना दी कि ट्रेन के एसएलआर बोगी में एक युवक बैठा हुआ है. वह खुद को लोको पायलट बता रहा है. वह लोको पायलट के ड्रेस में है और उसने गले में भारतीय रेलवे की आईडी भी लटका रखी है.
सूचना मिलते ही एएसआई संजीव झा अपने सहयोगियों के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर खड़ी कविगुरु एक्सप्रेस के एसएलआर बोगी में पहुंचे और तथाकथित युवक को पकड़ा. उसने पूछताछ में अपना नाम विकास कुमार यादव बताया. उसकी उम्र 26 वर्ष है. उसने अपने आपको ग्राम निवासी थाना सिकंदरा जिला जमुई का निवासी बताया.
रेलवे पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार युवक ने स्वीकार किया कि वह लोको पायलट नहीं है. आरपीएफ पुलिस उसे पकड़कर जीआरपी थाने ले गई और उसे जीआरपी पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस उसके मोबाइल फोन से भी जानकारी निकाल रही है. संदिग्ध युवक के खिलाफ जीआरपी थाने में संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया. रेलवे पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि युवक फर्जी रेल कर्मी बनकर यात्रियों से ठगी करता है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.