सरकार ने पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजयपुरम’ कर दिया है. इसकी जानकारी खुद गृह मंत्री अमित शाह ने दी है. उन्होंने कहा है कि हमने पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजय पुरम करने का फैसला लिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में उन्होंने कहा कि देश को गुलामी के सभी प्रतीकों से मुक्ति दिलाने के पीएम मोदी के संकल्प से प्रेरित होकर आज गृह मंत्रालय ने पोर्ट ब्लेयर का नाम श्री विजयपुरम करने का फैसला लिया है.
इसी पोस्ट में उन्होंने कहा कि श्री विजय पुरम नाम हमारे स्वाधीनता के संघर्ष और इसमें अंडमान और निकोबार के योगदान को दर्शाता है. इस द्वीप का हमारे देश की स्वाधीनता और इतिहास में अद्वितीय स्थान रहा है. चोल साम्राज्य में नौसेना अड्डे की भूमिका निभाने वाला यह द्वीप आज देश की सुरक्षा और विकास को गति देने के लिए तैयार है.
स्वाधीनता के लिए हुए संघर्ष का स्थान रहा है ये द्वीप
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि यह द्वीप नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी द्वारा सबसे पहले तिरंगा फहराने से लेकर सेलुलर जेल में वीर सावरकर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा मां भारती की स्वाधीनता के लिए संघर्ष का स्थान भी है.
इससे पहले बदले गए कुछ प्रमुख स्थान और शहरों के नाम
देश में इससे पहले भी कई स्थानों के नाम बदले जा चुके हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ कर दिया गया था. इसके अलावा बीजेपी की सरकारों ने बड़ी हस्तियों और विरासत को दर्शाने के लिए कई अन्य विश्वविद्यालयों और सड़कों के भी नाम बदले हैं. इसमें इलाहाबाद अब प्रयागराज के नाम से जाना जाता है. अन्य शहरों में फैजाबाद अब अयोध्या, गुड़गांव को गुरुग्राम, मुगलसराय जंक्शन को पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया है.
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