छिंदवाड़ा। नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच में एक न्यायाधीश की उपस्थिति भी अनिवार्य कर दी गई है। ताकि सीबीआई किसी भी तरीके के लेनदेन और रिश्वत लेकर जांच को अंजाम न दे सके। छिंदवाड़ा के सबसे बड़े नर्सिंग कॉलेज एस ए के नर्सिंग कॉलेज में सीबीआई ने जांच की सुबह शुरू हुई जांच देर रात लगभग 11:00 बजे खत्म हुई।
पिछली जांच में क्लीन चिट मिल गई थी
एस ए के नर्सिंग कॉलेज में इसके पहले भी सीबीआई ने जांच की है, लेकिन पिछली जांच में एस ए के नर्सिंग कॉलेज को क्लीन चिट मिल गई थी। यह क्लीन चिट कैसे मिली थी यह बात अब सभी जानने लगे क्योंकि पिछली बार सीबीआई के जिन अधिकारियों ने जांच की थी उन पर रिश्वत लेने और लेनदेन कर जांच करने का आरोप लगा है। जिसके चलते हाईकोर्ट ने अब फिर से नर्सिंग कॉलेज की जांच शुरू की है।
सीबीआई ने कॉलेज के दस्तावेज खंगाले
बुधवार को एस ए के नर्सिंग कॉलेज में की गई जांच के दौरान भोपाल और जबलपुर के सीबीआई अधिकारियों के साथ ही जिला न्यायालय के न्यायाधीश श्री बघेल भी जांच के दौरान उपस्थित रहे। यह जांच लगभग 14 घंटे चली। इस दौरान सीबीआई ने कॉलेज के दस्तावेज खंगालने के साथ ही कॉलेज में एडमिशन, फैकल्टी और अन्य मामलों में भी सघन तफ्तीस की है। अगर यह जांच सही है तो निश्चित रूप से एस ए के कॉलेज पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। क्योंकि एस ए के कॉलेज में स्टूडेंट और फैकेल्टी दोनों ही मामलों में बहुत बड़ा गोलमाल हो रहा है।
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