दिल्ली में के सफदरगंज अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 13 मरीजों की मौत हो गई है. पिछले दो दिनों में दिल्ली सरकार के अस्पतालों में हीट वेव से कुल 14 मरीजों की मौत हो गई. इनमें हीट स्ट्रोक के 9 मरीज RML अस्पताल में भर्ती थे. यहां के अस्पतालों में कुल 312 मरीज हीट वेव के कारण अस्पताल में भर्ती हुए थे, जिनमें 112 मरीज ठीक हो गए हैं. जबकि, 118 मरीजों इलाज अस्पताल में चल रहा
देश के अलग-अलग हिस्सों से हीटवेव और गर्मी से मरने वाले मौत के आंकड़ें लगातार बढ़ रहे हैं. स्थिति यह है कि दिल्ली के निगम बोध घाट शमशान भूमि में बुधवार को 142 शवों का दाह संस्कार हुआ. ये आंकड़े चौकाने वाले हैं क्योंकि कोरोना काल के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि एक दिन में श्मशान घाट पर इतनी लाशें जलाई गई हैं.
गर्मी से बेहाल दिल्ली
मौसम विभाग की मानें तो मैदानी इलाकों में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है तो वहां स्थिति हीटवेव की बनती है, जबकि तटीय इलाकों के लिए 37 डिग्री सेल्सियस पर गर्महवाएं मुश्किलें बढ़ाती हैं. दिल्ली में तो इस साल पारा 50 के पार पहुंच गया. इस कारण भी हीटवेव और स्ट्रोक के कारण मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल लू की सबसे गर्म हवाएं ज्यादा समय तक रुकी, जिसके कारण लोगों को काफी मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं. साथ ही पहले सालों की तुलना में इस साल तापमान बढ़ने का भी रिकॉर्ड टूटा है.
भीषण गर्मी के कारण दिल्ली के कई इलाकों में पानी की किल्लत भी सामने आई है. साथ ही एसी, फ्रीज, कूलर जैसे इलेक्ट्रॉनकि गैजेट्स के इस्तेमाल से बिजली की डिमांड भी बढ़ गई है. अलग-अलग हिस्सों में पावर कट भी देर तक किए जा रहे हैं. हीटवेव और गर्मी से मरने वाले लोगों के बीच मौत के आंकड़े बहुत डराने वाले हैं. हीटवेव से बचने के लिए लोग अपने-अपने तरीके से उपाय कर रहे हैं.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.