उत्तर भारत में सूरज आग उगल रहा है, तपती गर्मी के चलते हीट वेव (लू) बड़ी मुसीबत बनी हुई है. पारा सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है, जिसके चलते हालात को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को दिशा-निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने भीषण गर्मी को देखते हुए निर्देश दिया कि हर स्तर पर गांव हो या शहर बचाव के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए. सीएम ने कहा राज्य में अनावश्यक बिजली कटौती न हो, खराब ट्रांसफार्मर, ट्रिपिंग, फाल्ट जैसी समस्याओं को तत्काल दूर किया जाए.
सीएम योगी ने जारी किए दिशा-निर्देश
सीएम योगी ने मुश्किल बनती हीटवेव (लू) से निपटने के लिए लोगों में जागरूता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. जिसके चलते सीएम योगी ने कहा कि राज्य में हीटवेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए. साथ ही इतनी गर्मी है कि ज्यादा तर लोगों को पानी की कमी, डिहाइड्रेशन हो जाता है जिससे बचाव के लिए सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि सड़क पर जगह-जगह पीने के पानी का इंतजाम किया जाए.
पशुओं का भी ख्याल रखने का दिया निर्देश
अयोध्या, काशी, मथुरा सभी धार्मिक स्थलों की स्वच्छता का खास ख्याल रखा जाए. मुख्यमंत्री का निर्देश है कि राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम कैसा रहेगा इसका दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए. चीड़िया घर में (zoological parks) में हीट-वेव एक्शन प्लान पर काम किया जाए. साथ ही सीएम ने कहा कि गोशालाओं में पशुधन के चारे और पानी की उचित व्यवस्था हो. बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जाएं.
सीएम योगी ने हीट वेव को लेकर 10 मुख्य बातें सामने रखी.
- राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए.
- गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए. जरूरत हो तो अतरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें. ट्रांसफार्मर जलने/तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं को दूर करें.
- सभी नगर निकायों/ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर पीने का पानी रखा जाए.
- पानी की कमी से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के जरिए आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए.
- स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. अयोध्या, काशी, मथुरा सभी धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.
- भीषण गर्मी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है.
- पशुपालक कृषकों को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों. गोशालाओं में पशुधन के चारे और पानी की उचित व्यवस्था हो.
- हीटवेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए.
- बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराएं. अस्पतालों/मेडिकल कॉलेजों में हीट-वेव से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए.
- सार्वजनिक स्थानों पर पानी और छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए. पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी और दाना रखने के लिए आम जन को जागरूक करें.
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