Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
मंदिर में शिल्पा शेट्टी के फोटो खिंचवाने पर बवाल, सेवादार और एक अधिकारी को नोटिस बाढ़ प्रभावित किसानों के खाते में ₹101 करोड़ जारी… दिवाली पर CM नीतीश कुमार की बड़ी सौगात एनसीआर में मेथ लैब का भंडाफोड़, तिहाड़ जेल वार्डन, मैक्सिकन नागरिक सहित 5 गिरफ्तार दिल्ली में आयुष्मान से बेहतर फरिश्ता, बम से उड़ाने की धमकी पर केंद्र चुप क्यों… AAP का BJP पर हमला गाजीपुर: 65 साल के बुजुर्ग ने लगाई जीत की झड़ी, सेना के पूर्व कैप्टन ने जमाया 9 मेडल पर कब्जा हिजबुल्लाह का नया चीफ बना नईम कासिम, नसरल्लाह की लेगा जगह, दोनों कर चुके हैं साथ काम चमड़े के बैग पर ट्रोल हो रही थीं जया किशोरी, अब खुद दिया ये जवाब जेपीसी की बैठक में क्या हुआ था, जिसके बाद हुई झड़प…कल्याण बनर्जी ने बताई पूरी घटना यूपी उपचुनाव: साइलेंट प्लेयर की भूमिका में कांग्रेस, सपा के लिए सियासी नफा या फिर नुकसान राजस्थान: पुलिया से टकराई बस, 11 लोगों की मौत, 20 से अधिक लोग घायल

हमास के नक्शेकदम पर ईरान… पूरे देश में नीचे बना रखी है अंडरग्राउंड मिसाइल सिटी?

9

दुनिया बहुत तेजी से परमाणु हथियार, मिसाइलों के बारे में आगे बढ़ रही है. इजराइल के साथ अपने तनाव के बीच ईरान ने भी अपने परमाणु शस्त्रागार को मजबूत कर रहा है. ऐसे में अब हथियार विशेषज्ञों से मिली जानकारी ईरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम का इतना ज्यादा डेवलप कर लिया है कि वो छह महीने में एक बम का उत्पादन कर सकता है.

हथियार विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान ने उसके सभी प्रांतों में उसने जमीन के नीचे मिसाइल रखे हुए और वह नई पीढ़ी के भयानक हथियार बनाने की दिशा में काम कर रहा है. साथ ही कहा जा रहा है कि परमाणु संपन्न देश बनने के बहुत करीब पहुंच चुका हैं. जानकारी के मुताबिक ईरान ने तेहरान के बाहर कम से कम सात अलग-अलग स्थानों पर हथियार छिपाए हैं. सभी सतह के नीचे 1,640 फीट की गहराई पर दबे हुए हैं. हालांकि इसकी जगह की अभी सटीक जानकारी नहीं है. इन सभी में से तेहरान “गुप्त” परमाणु केंद्रों में से एक है. ये ठिकाने इतने एडवांस के कि यही से अलग-अलग रेंज की मिसाइलें लॉन्च की जा सकती हैं.

आत्मघाती ड्रोन के निर्माण की घोषणा

पिछले महीने, ईरान ने घरेलू हमले वाले ड्रोनों के अपने तेजी से बढ़ते शस्त्रागार में जोड़ने के लिए एक नए आत्मघाती ड्रोन के निर्माण की घोषणा की थी. इसके अलावा 2016 में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के सेकंड-इन-कमांड ने दावा किया कि ईरान के डिपो और भूमिगत सुविधाएं इतनी भरी हुई थीं कि उसे नहीं पता था कि नई मिसाइलों को कहां रखा जाए.

किसी को जानकारी है नहीं

इसके अलावा 2015 में ईरान के ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह ने कहा था कि ईरान के मिसाइल अड्डे पृथ्वी की गहराई से ज्वालामुखी की तरह फूट सकते हैं. ईरान ने कड़े इंटरनेशनल प्रतिबंधों और हथियारों के प्रतिबंध होने के बावजूद ड्रॉन्स UAV का आक्रामक रूप से विस्तार किया है. हालांकि ईरान जमीन के नीचे वे और क्या उत्पादन कर रहे हैं इसकी किसी को जानकारी नहीं है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.