दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में BAPS स्वामिनारायण शोध संस्थान की तरफ से एक भक्तिमय काव्य सम्मेलन आयोजित किया गया. इसमें अतिथि के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के स्कूल ऑफ संस्कृत और इंडिक स्टडीज के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ सी उपेंद्र राव, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष, डॉ. गिरिश चंद्र पंत, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के प्राध्यापक डॉ. भगीरथी नंदा और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सुनील जोशी शामिल हुए.
कार्यक्रम की शुरुआत में BAPS स्वामिनारायण शोध संस्थान के सहनिदेशक डॉ. ज्ञानानंददास स्वामी ने संस्कृत में एक स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया. इसके बाद सभी 20 प्रतिभागियों ने गुरु महिमा, परमेश्वर की कृपा, गुरु के महत्त्त्व, परमेश्वर के साथ प्रेम, गुरु कृपा और अन्य आध्यात्मिक विषयों पर अपनी-अपनी कविताएं प्रस्तुत की.
मंच पर विशेष अतिथि का सम्मान
कार्यक्रम के दूसरे सत्र का संचालन राधिका शुक्ला और हिमानी मेहता ने किया. इस सत्र में न्यायमूर्ति अभिलाषा कुमारी (पूर्व लोकपाल एवं पूर्व मुख्य न्यायाधीश मणिपुर उच्च न्यायालय), अपनी रचना -‘गुरु कृपा’ विषय पर प्रस्तुत की. सुनीता अग्रवाल और नीरूपमा गढ़िया भी विशेष अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद थीं.
न नई प्रतिभाओं को मिला सम्मान
इस दौरान कमल श्रीमाली (सर्वोत्तम कवि), ‘कात्यायनी’ डॉ. पूर्णिमा शर्मा (सर्वोत्तम कवयित्री), डॉ युवराज भट्टराईजी (प्रथम पुरस्कार), रघुवीर सिंह मुलथान (द्वितीय पुरस्कार), अंजू तिवारी (तृतीय पुरस्कार), अक्षज श्रीवास्तव (सर्वोत्तम बाल कवि) और एंजल दियोरा (सर्वोत्तम बालिका कवयित्री) को सम्मान प्रदान किया गया.
BAPS स्वामिनारायण शोध संस्थान प्रतिभाशातियों को मौका प्रदान करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता है.
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