पूरे देश में 11 अप्रैल को ईद मनाई गई, जबकि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में 13 दिनों के बाद ईद जैसा शानदार जश्न मानाया गया. इस जश्न की वजह थी, गांव के सिर को फक्र से ऊपर करने वाली गांव की बेटी साइमा, जिन्होंने यूपीएससी 2023 की परीक्षा में 165वीं रैंक लाकर सभी को खुश कर दिया है. साइमा की इस सफलता से उनके माता-पिता और कुछ खास दोस्त काफी खुश हैं. रिजल्ट आने के बाद साइमा अपने गांव उसिया पहली बार पहुंची हैं.
गांव, कस्बे और राज्य का नाम रोशन करने वाली साइमा जब पहली बार अपने गांव पहुंची तो उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया गया. साइमा की इस सफलता से उनके आस पास के इलाके के युवा काफी प्रेरित हैं. साइमा की सफलता ने बहुत से युवाओं को हौसला दिया है, कि वह भी देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल हो सकते हैं. बस जरूरत है तो सिर्फ पूरे लगन और सच्ची मेहनत के साथ पढ़ाई करने औरपरीक्षा के डिमांड को समझने की.
पिता को था अपनी बेटी पर पूरा विश्वास
साइमा के पिता सिराज खां ने बताया कि वह जिस तरह लगन मेहनत के साथ तैयारी कर रही थी उन्हें अपनी बेटी पर पूरा भरोसा था कि एक न एक दिन उसे कामयाबी जरूर मिलेगी. आज उनकी बेटी को कामयाबी मिल गई. उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है.
उसिया गांव के रहने वाले कांग्रेस नेता अहमद शमशाद ने बताया कि समाज में बेटियों की तरक्की दो परिवारों की तरक्की है. गांव की बेटी सामा खान गांव की लड़कियों के लिए मिसाल बनी हैं. उनके अंदर भी यह जज़्बा कायम होगा कि हम भी बेहतर शिक्षा लेकर अपने परिवार का नाम रौशन करें. बहुत समय लगा ऐसी खुशखबरी सुनने में एक सदी के बाद इतनी बड़ी खुशी हम सभी गांव के लोगों को मिली है. सबने बेटी के कामयाबी पर जश्न मनया.
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