उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंदनगरी इलाके में एक शख्स ने सरेआम सहायक उप-निरीक्षक (ASI) पर गोलियां दाग दीं. इससे एएसआई की मौके पर ही मौत हो गई. यही नहीं, इस शूटआउट में एक स्कूटर सवार युवक को भी गोली लगी. साथ ही ऑटोरिक्शा चालक गोलीबारी में बाल-बाल बचा. कहीं पुलिस पकड़ न ले, इसलिए एएसआई पर गोली चलाने वाले शख्स ने भी खुद को भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया. अब इस शूटआउट की असल वजह सामने आई है.
पुलिस की शुरुआत की जांच में पता चला है कि एएसआई दिनेश शर्मा और आरोपी शख्स मुकेश कुमार के बीच 25 हजार रुपयों को लेकर विवाद था. आरोपी शख्स उधार पर लिए पैसे लंबे समय से नहीं लौटा रहा था. जब एएसआई ने उस पर पैसे लौटाने का दबाव बनाया तो शख्स ने हत्या की प्लानिंग बनाई. उसने एएसआई को कहा कि वो उसे नंदनगरी के फ्लाईओवर के पास मिले. वहां वो उसके पैसे लौटा देगा.
एएसआई समय पर वहां पहुंच गया. लेकिन उसे नहीं पता था कि सामने वाला शख्स ने उसे किस इरादे से वहां बुलाया है. जैसे ही शख्स ने एएसआई को देखा, उसने जेब से पिस्तौल निकाली और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इससे एएसआई दिनेश की मौके पर मौत हो गई. जब आरोपी फायरिंग कर रहा था तो पीछे से गुजर रहे स्कूटर सवार युवक अमित कुमार के पैर पर भी गोली लग गई और वह नीचे गिर गया.
बाल-बाल बचा ऑटोरिक्शा चालक
सरेआम हुई इस गोलीबारी को देख वहां लोगों की भीड़ एकत्रित होने लगी. यह देखते ही आरोपी मुकेश वहां से भागने लगा. वो एक ऑटोरिक्शा में बैठ गया. लेकिन ऑटोरिक्शा चालक ने उसे ले जाने से इनकार कर दिया, जिसके चलते मुकेश ने उस पर भी फायरिंग की. लेकिन ऑटोरिक्शा चालक खुद को बचाने में कामयाब हो गया. मुकेश को लगा कि अब वो पकड़ा जाएगा. इसलिए उसने अपनी कनपटी पर बंदूक तानी और खुद को भी गोली से उड़ा दिया. इससे उसकी भी मौत हो गई. आरोपी मुकेश दिल्ली नगर निगम का संविदा कर्मचारी था.
पैसों को लेकर था विवाद
पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑटो की पिछली सीट पर 7.65 मिमी की पिस्तौल बरामद की गई है. उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर पर तीन अलग-अलग स्थानों पर कई कारतूस और खोखे भी बरामद हुए. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी रेंज) सागर कलसी ने बताया कि शर्मा और मुकेश के बीच वित्तीय विवाद था, जिसके कारण यह घटना हुई.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.