Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
शहर में इस काम लगा पूरी तरह बैन, धारा लागू लुटेरों का आतंक, दिनदहाड़े प्रवासी मजदूरों पर की फायरिंग, इलाके में दहशत Punjab में पुलिस व गैंग*स्टरों में Encounter, चली ताबड़तोड़ गोलियां, इलाके में दहशत... शहर में सरेआम चल रहा ये धंधा, प्रशासन पर उठ रहे सवाल डिलीवरी के दौरान मां और बच्चे की मौत, परिजनों ने घेरा अस्पताल, भारी हंगामा पंजाब में क्रिकेट सट्टेबाजों का बोलबाला, पैसों के चक्कर में कहीं Firing तो कहीं .... पंजाब की केन्द्रीय जेल में बड़ी सेंध, सवालों के घेरे में अधिकारी, चैकिंग दौरान बरामद हुए ... सैनिकों पर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा, जान आप भी रह जाएंगे हैरान पंजाब के इस इलाके में माहौल तनावपूर्ण, कार्रवाई करने पहुंची Police पर जानलेवा हमला कांग्रेस का बड़ा Action, इस नेता को AICC के सैक्रेटरी पद से हटाया

पानी की तलाश में खेत व गांवों में घुस रहे वन्यप्राणी, एक सप्ताह के भीतर सात लोगों को किया घायल

12

कटंगी। गर्मी शुरू होते ही वन्य जीव पानी की तलाश में खेतों व गांवों में घुसने लगे हैं। ऐसे में वन्य जीव नागरिकों पर हमला कर रहे हैं। एक सप्ताह के भीतर वन्य जीवों के हमले से सात लोग घायल हो गए। जिसमें जंगली सूअर से चार और भालू से तीन लोग शामिल हैं। दरअसल, जंगल में मिश्रित वन होने की बजाए अधिकतर सागौन वाले प्लांटेशन होने के चलते उसके नीचे घास व कंदमूल नहीं उग पाते हैं।

इससे वहां पर घास सूखने लगी है, पानी की भी कमी होने लगी है। जिसके कारण वन्य जीव पानी की तलाश में जंगल से बाहर निकल जाते हैं। इधर, तमाम ग्रामीण महुआ बीनने के लिए सुबह से जंगल व खेतों में पहुंच जाते हैं। जिसके चलते उन पर वन्य जीवों के हमले का खतरा बढ़ गया है।

वन परिक्षेत्र कटंगी व तिरोड़ी के पूरे जंगल सिवनी पेंच और वन्यप्राणी अनुभव क्षेत्र सोनेवानी लालबर्रा से लगे हैं। इन जंगलों में बाघ, तेंदुए, भालू, चीतल, हिरण, बायसन, नीलगाय के अलावा अन्य वन्यप्राणी बहुतायत में पाए जाते है। जो कई बार विचरण करते हुए खेतों व गांव तक आकर ग्रामीणों को घायल कर रहे है।

एक सप्ताह के भीतर भालू व जंगलू सूअर ने सात लोगों को घायल कर दिया। जंगल से वन्य जीव खेतों व गांव में आने की वजह से लोगों में दहशत बनी रहती है, क्योंकि इन दिनों किसान अलसुबह से ही खेतों में महुआ बीनने जा रहे है। वन्य जीव आकर लोगों को घायल कर देते है।

इसके पीछे जंगल में पानी खत्म होना और सागौन अधिक रहने से पेड़ के नीचे घास व कंदमूल नहीं उगते, इसलिए शाकाहारी वन्य जीव पानी व भोजन की तलाश में खेतों व गांव की ओर आ रहे है। इनके पीछे मांसाहारी वन्य जीव शिकार की तलाश में पहुंचने से गांव के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.