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हिंद महासागर में बांग्लादेशी जहाज का अपहरण, भारतीय नौसेना ने दिया जवाब

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हिंद महासागर में समुद्री डाकुओं का उपद्रव दिनों-दिनों बढ़ता जा रहा है. एक बार फिर मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया गया है. मोज़ाम्बिक के मापुटो बंदरगाह से संयुक्त अरब अमीरात के अल हमरियाह बंदरगाह जा रही बांग्लादेशी कार्गो बोट, एम वी अब्दुल्ला का समुद्री डाकुओं ने अपहरण लिया गया है. जहाज में लगभग 58,000 टन कोयला बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक कुछ सोमाली समुद्री डाकुओं ने कार्गो बोट का अपहरण किया है. यह घटना सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से लगभग 600 समुद्री मील पूर्व में हुई है.

जहाज बांग्लादेशी संगठन एसआर शिपिंग का है, जो चैटोग्राम स्थित कबीर स्टील एंड रेरोलिंग मिल ग्रुप (केएसआरएम) की सहयोगी कंपनी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बोट में 23 सदस्य सवार थे. बताया गया कि चालक दल के सदस्य जहाज के केबिन के अंदर सुरक्षित हैं जबकि समुद्री डाकुओं ने जहाज पर नियंत्रण कर लिया है.

चालक दल को बनाया बंधक

केएसआरएम के मीडिया सलाहकार मिजाबुल इस्लाम ने बताया कि चालक दल के सदस्यों को समुद्री डाकुओं ने बंधक बना लिया था लेकिन वे केबिन के अंदर सुरक्षित थे. बांग्लादेश मर्चेंट मरीन ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन अनम चौधरी ने बताया कि चालक दल ने मदद मांगने के लिए एक व्हाट्सएप मैसेज भेजा था, जिसमें कहा गया था कि वे भारी हथियारों और गोला-बारूद के साथ, समुद्री डाकुओं के साथ केबिन के अंदर बंद थे.

समुद्री डकैती के हमले का जवाब

वहीं, भारतीय नौसेना के मिशन में तैनात युद्धपोत और एलआरएमपी ने समुद्री डकैती के हमले का जवाब दिया है. सेना को जानकारी मिलने पर, एलआरएमपी को तुरंत तैनात किया गया और 12 मार्च की शाम को एमवी का पता लगाने पर, जहाज के चालक दल के सदस्यों की स्थिति का पता लगाने के लिए संचार स्थापित करने का प्रयास किया गया. हालांकि, जहाज़ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.

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