संदेशखाली हिंसा के खिलाफ उत्तर 24 परगना के बशीरहाट में एसपी दफ्तर के बाहर धरना-प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्च कर दिया। इस दौरान पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार गंभीर रूप से घायल हो गए। धरना-प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पहले बैरिकेड तोड़ा। तब पुलिस ने उन्हें जब रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में खतरनाक झड़प हो गई। इसी दौरान सुकांत मजूमदार भी घायल हो गए।
ले जाया गया अस्पताल
पुलिसकर्मी मजूमदार को वापस उसी होटल में ले जाने की कोशिश कर रहे थे जहां से वह निकले थे, लेकिन बात बिगड़ गई। मजूमदार को बशीरहाट मल्टी-फैसिलिटी अस्पताल ले जाया गया। उन्हें ऑक्सीजन मास्क लगाकर हॉस्पिटल ले जाना पड़ा। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए पानी की बौछार किया। भाजपा समर्थकों का कहना है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया है, जिसमें कई समर्थक घायल हुए। पुलिस ने बताया कि मजूमदार को इलाज के लिए पुलिस वाहन से अस्पताल ले जाया जा रहा है।
बताया जा रहा कि पुलिस की ओर से रोके जाने के बाद सुकांत मजूमदार ने इचामती नदी के तट पर सरस्वती पूजा की। इसके बाद भी सुकांत संदेशखाली जाने की जिद पर अड़े थे। इसके चलते पुलिस से बहस शुरू हो गई। इसके बाद सुकांत मजूमदार पुलिस की गाड़ी के बोनट पर चढ़ गए। इसी बीच पुलिस ड्राइवर ने गाड़ी को पीछे की ओर ले जाने की कोशिश की। तभी सुकांत मजूमदार अपना संतुलन खो बैठे और नीचे गिरकर बेहोश हो गए।
क्यों भड़की हिंसा ?
बता दें कि पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेता शेख शाहजहां और उनके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया। इसके बाद वहां के लोग और भाजपा नेता प्रदर्शन कर सवाल खड़े करने लगे। इस मामले को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार (13 फरवरी) को खुद से एक्शन लिया है।
जस्टिस अपूर्बा सिन्हा रॉय ने कहा कि संदेशखाली में जो भी हो रहा वह हैरान कर देने वाला है। मीडिया के जरिए पता लगा कि महिला के साथ गन पॉइंट पर यौन उत्पीड़न हुआ। यह दुखद है। उन्होंने मामले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया और मामले को 20 फरवरी को सुनवाई के लिए लिस्ट किया।
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