Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
साध्वी प्राची ने की पुरुष आयोग की मांग, बोलीं- महिलाओं में आ रहे पश्चिम के संस्कार रूह अफजा का तो मैंने नाम ही नहीं लिया, मतलब वो जिहाद कर रहे हैं… वृंदावन में बोले बाबा रामदेव ‘ताबूत में आखिरी कील ठोकनी होगी…’ हिंसा पीड़ितों से मिलने मालदा पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद बोस बीड में महिला वकील की पिटाई, ग्राम प्रधान ने लाठी-डंडों और पाइप से मारा; हो गई बेहोश राम मंदिर में जमीन के नीचे परिक्रमा, बनी 80 मीटर लंबी सुरंग; जानिए कैसे और क्यों है खास बिहार: ख्याली का पुलाव न पकाएं तेजस्वी यादव… महागठबंधन की बैठक पर जीतन राम मांझी ने कसा तंज अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता आज संभव जैन के साथ लेंगी फेरे, 20 अप्रैल को रिसेप्शन दिल्ली की गर्मी से परेशान हुआ तहव्वुर राणा, ये डिमांड कर रहा मुंबई हमले का मास्टरमाइंड बंगाल को दूसरा पाकिस्तान बनाने की साजिश… मुर्शिदाबाद हिंसा पर बोला अयोध्या का संत समाज लड़कियों को फंसाया, नशा कराया, गंदे Video बना विदेशों में बेचा… साहिल और गुलशन का कांड जान हिल जाएंग...

हिस्ट्रीशीटर की हत्‍या के साढ़े तीन साल बाद उसका फोटो लगाकर ऑनलाइन बेचे रहे हथियार

11

उज्जैन। हिस्ट्रीशीटर बदमाश दुर्लभ कश्यप की साढ़े तीन साल पूर्व हत्या हो चुकी है। मगर उसके नाम पर इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर हथियारों की बिक्री की जा रही है। दुर्लभ के फोटो के साथ ही पिस्टल, चाकू, बंदूक की बिक्री की जा रही है। होम डिलेवरी तक के दावे किए जा रहे है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह आइडी दस माह पूर्व बनाई गई थी। जिस पर कार्रवाई की जा चुकी है। एक बार फिर से बदमाशों की तलाश की जा रही है।

शहर के कुख्यात बदमाश के दुर्लभ कश्यप की सितंबर 2020 में हेलावाड़ी में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भी उसकी गैंग के सदस्यों द्वारा दुर्लभ के नाम व फोटो का उपयोग किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर क्या दुर्लभ कश्यप जिंदा है। नाम से एक पेज बनाया है।

इस पर खुलेआम हथियारों की बिक्री की जा रही है। हथियारों के फोटो व वीडियो पोस्ट किए गए है। जिसमें एक युवक का चेहरा तो दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन उसकी कमर में पिस्टल, कट्टा, कारतूस व बंदूक लटकी हुई दिखाई दे रही है। इसके अलावा टेबल पर पांच पिस्टल रखी नजर आ रही है।

इस ग्रुप के साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग फालोअर हैं। पेज पर लिखा है कि पंवासा बदमाशों का क्षेत्र। इसको लेकर पुलिस का कहना है कि दस माह पूर्व वीडियो अपलोड किया गया था। उस दौरान भी कार्रवाई की गई थी। एक बार फिर से इस ग्रुप को लेकर बदमाशों की तलाश की जा रही है। हालांकि इस तरह से हथियार नहीं उपलब्ध हो रहे है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.