उज्जैन। हिस्ट्रीशीटर बदमाश दुर्लभ कश्यप की साढ़े तीन साल पूर्व हत्या हो चुकी है। मगर उसके नाम पर इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर हथियारों की बिक्री की जा रही है। दुर्लभ के फोटो के साथ ही पिस्टल, चाकू, बंदूक की बिक्री की जा रही है। होम डिलेवरी तक के दावे किए जा रहे है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह आइडी दस माह पूर्व बनाई गई थी। जिस पर कार्रवाई की जा चुकी है। एक बार फिर से बदमाशों की तलाश की जा रही है।
शहर के कुख्यात बदमाश के दुर्लभ कश्यप की सितंबर 2020 में हेलावाड़ी में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भी उसकी गैंग के सदस्यों द्वारा दुर्लभ के नाम व फोटो का उपयोग किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर क्या दुर्लभ कश्यप जिंदा है। नाम से एक पेज बनाया है।
इस पर खुलेआम हथियारों की बिक्री की जा रही है। हथियारों के फोटो व वीडियो पोस्ट किए गए है। जिसमें एक युवक का चेहरा तो दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन उसकी कमर में पिस्टल, कट्टा, कारतूस व बंदूक लटकी हुई दिखाई दे रही है। इसके अलावा टेबल पर पांच पिस्टल रखी नजर आ रही है।
इस ग्रुप के साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग फालोअर हैं। पेज पर लिखा है कि पंवासा बदमाशों का क्षेत्र। इसको लेकर पुलिस का कहना है कि दस माह पूर्व वीडियो अपलोड किया गया था। उस दौरान भी कार्रवाई की गई थी। एक बार फिर से इस ग्रुप को लेकर बदमाशों की तलाश की जा रही है। हालांकि इस तरह से हथियार नहीं उपलब्ध हो रहे है।
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