बिहार के औरंगाबाद जिले में कार खड़ी करने को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद में सोमवार को चार लोगों की मौत हो गई जिनमें से तीन पड़ोसी झारखंड के रहने वाले थे। औरंगाबाद के डीएसपी मोहम्मद अमानुल्ला खान के अनुसार, घटना नबीनगर इलाके में हुई जहां एक दुकानदार ने अपनी दुकान के सामने एक कार को खड़ी करने पर आपत्ति जताई।
डीएसपी ने बताया कि इसके बाद कार में सवार एक व्यक्ति ने कथित तौर पर पिस्तौल निकाली और गोली चला दी, जिससे एक बुजुर्ग राहगीर मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इससे स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने कार में बैठे लोगों की पिटाई कर दी, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। उन्होंने कहा, “घटना में दो अलग-अलग समुदायों के सदस्य शामिल हैं, लेकिन झड़प का कारण सांप्रदायिक नहीं था। फिर भी, घटनास्थल पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए बल की तैनाती की गई है।”
डीएसपी के मुताबिक, कार झारखंड के पलामू जिले से आई थी और उसमें सवार लोग हैदरनगर इलाके के रहने वाले थे। उन्होंने कहा, “नबीनगर पहुंचने पर, चालक तैतारिया मोड़ पर एक दुकान के सामने वाहन खड़ा करके रुक गया। दुकानदार ने विरोध किया, जिससे तीखी नोकझोंक हुई। कार में सवार लोगों में से एक ने पिस्तौल निकाली और गोली चला दी जो एक राहगीर को लगी।”
डीएसपी ने कहा कि मृतक की पहचान स्थानीय निवासी राम शरण चौहान के रूप में हुई है और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी, जिससे वहां एकत्र हुई भीड़ क्रोधित हो गयी। उन्होंने बताया, “क्रोधित भीड़ ने कार में बैठे लोगों पर हमला कर दिया। जब तक पुलिस दल मौके पर पहुंचकर भीड़ को तितर-बितर करता तब तक मोहम्मद मुजाहिद, चरण मंसूरी और मोहम्मद अंसारी को पीट-पीटकर मार डाला गया।”
खान ने कहा कि दो अन्य व्यक्ति, वकील अंसारी और अजीत शर्मा जख्मी हुए हैं। औरंगाबाद के सदर अस्पताल में भर्ती अंसारी की हालत स्थिर है, जबकि शर्मा की हालत को देखते हुए उन्हें गया के एक अस्पताल में रेफर किया गया है। डीएसपी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि चौहान पर किसने गोलीबारी की और उन लोगों की पहचान भी की जा रही है, जिन्होंने कार में सवार लोगों पर हमला किया था।
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