स्वदेशी ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के माध्यम से ग्रामीण कारीगरों के उत्पादों की होगी मार्केटिंग और ब्रांडिंग
भोपाल। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए ओपन नेटवर्क फार डिजिटल कॉमर्स प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण कारीगरों के उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग की जाएगी। इससे न केवल उत्पाद को पहचान मिलेगी बल्कि उचित मूल्य भी मिलेगा। यह काम एनएसई सिल्क इनक्यूबेटर द्वारा किया जाएगा। प्रदेश में कुटीर एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देकर हर हाथ को काम मिले, इस सोच के साथ काम करने के निर्देश कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने मंत्रालय में कार्यभार ग्रहण करने के बाद अधिकारियों को दिए।
स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम
उन्होंने अधिकारियों से विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी ली और कहा कि किसानों को रेशम की खेती कराकर एक लाख रुपये प्रति एकड़ सालाना आय दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अपनाने की मंशा को आत्मसात करते हुए प्रदेश के कारीगरों एवं कलाकारों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा स्वरोजगार योजना से अधिक से अधिक हितग्राहियों को जोड़ा जाएगा। विभाग के साथ-साथ उन्होंने रेशम महासंघ के अध्यक्ष का भी कार्यभार ग्रहण किया।
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