ग्वालियर । मेंटेनेंस कार्य के नाम पर रोजाना उपभोक्ताओं को पांच से छह घंटे की बिजली कटौती झेलना पड़ रही है। बावजूद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। लाइन लास के सवाल पर भी ऊर्जा मंत्री चुप्पी साध गए। बिजली के विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव की सरकार में दोबारा ऊर्जा मंत्री बने प्रद्युम्न सिंह तोमर से नईदुनिया ने चर्चा की।
ऊर्जा मंत्री तोमर से संधारण कार्य के नाम पर चल रही कटौती पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कोई टिप्पणी जल्दी नहीं करना चाहता, पहले अपने आपको अपडेट कर लूं। उन्होंने कहा कि भले ही मुझे अनुभव है, लेकिन अब कोई भी बात सोच समझकर की जाएगी। लाइन लास के सवाल पर मंत्री तोमर ने कहा कि हमें क्षेत्र के हिसाब से इसका आंकलन करना होगा। यह देखना भी जरूरी है कि मजदूर बाहुल्य क्षेत्र कौन से हैं। इस मामलों पर विस्तार से चर्चा करेंगे, लेकिन अभी नहीं।
उपभोक्ताओं की संतुष्टि पहली प्राथमिकता रहेगी
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि और बेहतर बिजली सुविधा हमारी प्राथमिकता रहेगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जब भी कोई उपभोक्ता बिजली से जुड़े कार्यों को लेकर अपनी समस्या या काम के लिए बिजली कंपनी के अधिकारियों के पास पहुंचे तो उसके काम का समाधान बिना किसी देरी के हो, जिससे उपभोक्ताओं को कोई असुविधा न हो।
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