इंदौर। हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को प्रकाश का त्योहार दिवाली मनाया जाता है। इस साल दिवाली 12 नवंबर को है। इस दिन धन की देवी लक्ष्मी और सुख-समृद्धि दाता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि देवी लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को जीवन में सभी प्रकार के सुख मिलते हैं। साथ ही मान-सम्मान, पद, प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। पंडित आशीष शर्मा के अनुसार, कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इन योगों में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन, आय, सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है।
दिवाली शुभ मुहूर्त
दिवाली के दिन प्रदोष काल में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। ज्योतिषी प्रदोष काल में पूजा करने की सलाह देते हैं। इस साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 2:56 बजे समाप्त होगी।
दिवाली के दिन प्रदोष काल में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। दिवाली 12 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन प्रदोष काल शाम 5 बजकर 39 मिनट से शाम 7 बजकर 35 मिनट तक है। रात होने से पहले आयुष्मान योग भी बन रहा है। आप इस योग में भी खरीदारी कर सकते हैं।
सौभाग्य योग का होगा निर्माण
दिवाली पर एक बहुत ही दुर्लभ योग ‘सौभाग्य’ योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र सौभाग्य योग को बहुत शुभ मानता है। इस योग में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को अपार धन की प्राप्ति होती है। यह योग 13 नवंबर को शाम 4 बजकर 25 मिनट से 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र भी सौभाग्य योग में शुभ कार्य करने की सलाह देता है। दिवाली की तिथि पर अग्निवास पृथ्वी पर रहेगा। इस दौरान हवन और पूजा करना विशेष फलदायी साबित होगा।
डिसक्लेमर
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